रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच अब रूस ने खेरसॉन से रूसी सैनिकों की वापसी का आदेश दे दिया है. इसके बावजूद अमेरिका ने यूक्रेन को 40 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता देने का एलान किया. इस सहायता पैकेज में बड़ी मात्रा में गोला-बारूद और पहली बार एवेंजर एयर डिफेंस सिस्टम भी शामिल होगा. इसके साथ ही इसमें ग्रेनेड लांचर, छोटे हथियार भी शामिल हैं,
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि पैकेज में जरूरी एयर डिफेंस शामिल हैं. हॉक एयर डिफेंस सिस्टम के लिए मिसाइलों के साथ-साथ यूएस एवेंजर एयर डिफेंस सिस्टम भी दिए जाएंगे. इसके अलावा, पैकेज में 21,000 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम के लिए गोला-बारूद, 155 मिमी आर्टिलरी राउंड, 500 सटीक-निर्देशित 155 मिमी आर्टिलरी राउंड, 10,000 मिमी मोर्टार राउंड, 100 हाई मोबिलिटी मल्टीपर्पज व्हील्ड व्हीकल या 400 हम्वेस शामिल हैं.
सैनिकों की वापसी के आदेश के बाद अमेरिका का एलान
अमेरिका ने यह घोषणा तब की है जब रूस ने महत्वपूर्ण शहर खेरसॉन से सैनिकों की वापसी का आदेश दिया. यह एकमात्र ऐसा शहर भी था, जिसे रूस फरवरी के आक्रमण के बाद से कब्जा करने में सक्षम रहा था. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और यूक्रेन में रूसी सेना के कमांडर जनरल सर्गेई सुरोविकिन के बीच मास्को में एक बैठक में यह आदेश आया, क्योंकि यूक्रेनी सेना दो दिशाओं से खेरसॉन शहर की ओर आगे बढ़ रही थी.
सैन्य सहायता के नाम पर यूक्रेन को मजबूत कर रहा अमेरिका
इससे यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि अमेरिका नहीं चाहता है कि यह युद्ध खत्म हो. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका यूक्रेन को मजबूत कर रूस पर हमला कराने की फिराक में है. यही कारण है कि सैन्य सहायता के नाम पर यहां हथियारों की सप्लाई की जा रही है, जिससे पुतिन का वर्चस्व खत्म हो सके. खबरों के मुताबिक इस युद्ध में रूस के कम से कम एक लाख सैनिक मारे गए हैं जबकि 40 हजार लोग यूक्रेन के मारे गए हैं.