- बारिश के पानी की छींट पड़ जाने से बाइक सवार पर कुल्हाड़ी से हमला कर उतारा था मौत के घाट
- हत्यारोपित पिता पुत्र सहित तीन को जेल
खुटहन। गौसपुर बाजार के पास शनिवार की रात बाइक सवार युवक पर कुल्हाड़ी से हमला कर मौत के घाट उतार दिए जाने के मामले में पुलिस ने घटना से एक घंटे के भीतर मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर कुछ देर बाद दो अन्य आरोपितों को भी पकड़ लिया गया। गिरफ्तार पिता पुत्र सहित तीनों आरोपितों को आवश्यक लिखापढ़ी के बाद चलान न्यायालय भेज दिया गया। पुलिस की इस सक्रियता से आमजन में सुरक्षा को लेकर विश्वास बढ़ा है। शेखपुर सुतौली गांव निवासी 35वर्षीय संतोष यादव पुत्र जयनाथ शनिवार की शाम लगभग सात बजे घर पंपिंग सेट के लिए डीजल खरीदने खुटहन जा रहा था। गौसपुर बाजार के पास सड़क की पटरी पर चंद्रभान यादव इनका पुत्र सुरेन्द्र उर्फ सुक्खू और शैलेश यादव निवासी गण गौसपुर खड़े थे। मार्ग पर इक_ा बारिश के पानी में बाइक का पहिया जाते ही छींट उछल कर उक्त तीनों पर चली गई। जिसको लेकर कहासुनी हो गई। बाद में संतोष बाइक लेकर डीजल लेने चला गया। कुछ देर बाद वह वापस लौट रहा था तो रास्ते में घात लगाए बैठे उक्त बाप बेटे सहित तीनों ने उसे रोक लिया। संतोष के सिर के पीछे की तरफ कुल्हाड़ी से वार कर दिया। वह घायल होकर सड़क पर गिर गया। घटना की जानकारी होते ही मौके पर स्वजन पहुंच उसे उपचार हेतु अस्पताल ले गए। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मृतक के बड़े भाई प्रदीप यादव के द्वारा दी गई नामजद तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी। मुख्य आरोपित चंद्र भान की पाही घटनास्थल के पास है। दबिश देकर पुलिस ने घंटे भर के भीतर उसे पाही से दबोच लिया। उसी की निशानदेही पर कुछ देर में ही दो और आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक मुन्ना राम घुसिया के अलावा वरिष्ठ उप निरीक्षक तरुण श्रीवास्तव, कांस्टेबल संजय जायसवाल, संजय चौहान सामिल रहे।
पत्नी का मिटा सिंदूर तीन बच्चे हुए अनाथ

खुटहन। शेखपुर सुतौली गांव निवासी युवक की गौसपुर बाजार के पास शनिवार को मामूली बात पर कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दिए जाने से एक परिवार की पूरी गृहस्थी उजड़ गई। घटना से जहां पत्नी की मांग उजड़ गई। वहीं दो बेटियां और एक अबोध बेटा अनाथ हो गए। बूढ़े हो चले पिता के चौथेपन का सहारा भी हत्यारों ने छीन लिया। गांव निवासी जयनाथ यादव के छह पुत्रों में सबसे बड़ा 35वर्षीय संतोष बाहर रहकर ट्रक चलाता था। उसके अन्य भाई भी विभिन्न शहरों में रहकर प्राइवेट नौकरी करते थे। संतोष लगभग एक माह पूर्व घर आया था। खेतीबाड़ी के काम को निपटाकर वह फिर दो चार दिन में जाने वाला था। लेकिन नीयती को कुछ और ही मंजूर था। शनिवार को वह पंपिंग सेट का डीजल खरीदने बाजार गया था। रास्ते में सड़क पर जमे पानी का छींटा पटरी पर खड़े पिता पुत्र सहित तीन लोगों के ऊपर चला जाता है। बात इस कदर बढ़ी की तीनों ने मिलकर कुल्हाड़ी से वार कर संतोष की निर्मम हत्या कर दी। घटना की जानकारी होते ही स्वजनों में चीख पुकार मच गई। पत्नी अर्चना यादव पति के $गम मे रोते रोते बेसुध हो जा रहीं हैं। बड़ी-बेटी 8 वर्षीय आकृति, 6वर्षीय अंशी तथा 3 वर्षीय छोटी के आंखों से आसूं रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं बूढ़े पिता का रोते रोते बुरा हाल है। स्वजनों के करुण क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया। मां की गोद में आठ माह के मासूम पुत्र ऋषि को क्या पता कि होस संभालने से पूर्व ही उसके सिर से बाप का साया उठ चुका है।