जौनपुर धारा,सोनभद्र। बच्चों में छिपी प्रतिभा को मंच प्रदान करने और उन्हें निखारने के उद्देश्य से संगीत इंद्र डांस प्रतियोगिता सीजन-2 का कार्यक्रम अब सेमीफाइनल तक पहुंच गया हैं। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर बच्चों को अपनी कला और नृत्य प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर देना है। रविवार को चित्रगुप्त पैलेस ओबरा में आयोजित इस सेमीफाइनल प्रतियोगिता के राउंड में लगभग 40प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों और निर्णायकों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि मंगल जायसवाल, विशाल, बृजेश तिवारी व पारसनाथ यादव द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर मंगल जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों की प्रतिभा को उभारने के लिए इस तरह के आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा,अक्सर देखा जाता है कि प्रतिभाएं अवसरों के अभाव में दबकर रह जाती हैं। यदि उन्हें सही मंच और मार्गदर्शन मिले, तो वे अपनी कला से न केवल अपने क्षेत्र का, बल्कि देश का नाम भी रोशन कर सकते हैं।वहीं बृजेश तिवारी ने कहा कि संगीत इंद्र डांस प्रतियोगिता का यह प्रयास सराहनीय है। सेमीफाइनल राउंड में बच्चों ने विभिन्न नृत्य शैलियों जैसे बॉलीवुड, क्लासिकल, हिप-हॉप, और फ्यूजन में अपने प्रदर्शन प्रस्तुत किए।कुछ बच्चों ने अपनी अनोखी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, तो कुछ ने अपनी ऊर्जा और आत्मविश्वास से सभी का ध्यान खींचा। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका निभा रहे सुमन सिंह राजपूत,विनय तिवारी,स्वेता पांडेय,पल्लवी श्रीवास्तव व अमित कुमार ने बच्चों के प्रदर्शन की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने न केवल बच्चों की प्रतिभा की सराहना की, बल्कि उनके प्रदर्शन में सुधार की गुंजाइश भी बताई। निर्णायकों ने बच्चों को उनकी कमियों, जैसे कोरियोग्राफी में तालमेल, बॉडी लैंग्वेज, और स्टेज प्रजेंस के बारे में रचनात्मक सुझाव दिए, ताकि वे अगले राउंड में और बेहतर प्रदर्शन कर सकें।स्वेता पांडेय ने कहा, “इन बच्चों में अपार संभावनाएं हैं। थोड़े से मार्गदर्शन और अभ्यास से ये बच्चे बड़े मंचों पर अपनी छाप छोड़ सकते हैं। कार्यक्रम की प्रबंधन कर रही स्वेता ने बताया कि संगीत इंद्र डांस प्रतियोगिता का यह दूसरा सीजन है, और इस बार बच्चों में पहले से कहीं अधिक उत्साह देखने को मिला। उन्होंने कहा,हमारा उद्देश्य केवल प्रतियोगिता आयोजित करना नहीं है, बल्कि बच्चों को उनकी प्रतिभा को पहचानने और उसे निखारने का अवसर देना है। इस मौके पर मंगल जायसवाल,पारस नाथ यादव,विशाल, बृजेश तिवारी,पवन शर्मा,अनिकेत,रविन्द्र पांडेय, प्रियांशु, आदित्य,सूरज,शादाब आदि लोग मौजूद रहे।संचालन अभिषेक सेठ ने किया।
― Advertisement ―
मणिकर्णिका घाट के गलियों में पहुंचा पानी, 1203 लोगों ने छोड़ा घर
वाराणसी। गंगा के बाढ़ का पानी मणिकर्णिका घाट के गलियों में पहुंच गया है। रविवार को दिनभर गलियों में नावें चलीं। सोमवार को भी...
सेमीफाइनल में जमकर थिरके नन्हे कदम, दर्शक हुए मंत्रमुग्ध

Previous article
Next article