जौनपुर। ‘कहैं जयगुरुदेव पुकार-जमाना बदलेगा’ सरीखे सन्देश को देश के अन्दर जन-जन तक पहुंचाने वाले परम सन्त बाबा जयगुरुदेव महाराज के उत्तराधिकारी सन्त पंकज महाराज के 122दिवसीय काफिला कल सायंकाल ग्राम भदवार पहुँचा।
सत्संग सम्बोधन में पूज्य महाराज ने कहा कि जब हम लोग इस संसार में पैदा हुये न कोई जाति, न बिरादिरी ले के आये, न कोई कौम मजहब ले के आये। सिर्फ नंगे रोते हुए हम लोग इस संसार में पैदा हो गये। बाद में जो अजार उस परमात्मा ने बख्शे मन, बुद्धि और चित्त उससे जब हमारे अन्दर चेतना आ गई तब हमारा नाम पड़ गया। कर्म के अनुसार हमारी जाति बन गई। धीरे-धीरे हमारा फैलाव दुनियां में हो गया। हमने बाल बच्चे बना लिये। हमने नात-रिश्तेदार बना लिये। जमीन जायदाद हासिल कर लिये। लेकिन श्वांसों की पूंजी एक निश्चित समय के लिये मिली है। समय पूरा होते ही यमदूत आयेंगे और इस शरीर से जीवात्मा को निकाल कर अलग कर देंगे। उस समय न जमीन जायदाद काम आयेगी और न जाति-बिरादरी काम आयेगी। ये शरीर आपका गिर जायेगा। इसलिये महात्मा आपको समझाते हैं कि समय रहते किसी जीते-जागते संत महात्मा की खोज करके उनसे भजन का रास्ता लेकर चौबीस घण्टे में से घण्टा दो घण्टा भजन कर लें। यही भजन आपको नर्कों चौरासी की सजाओं से बचायेगा। कलयुग की साधना ‘सुरत शब्द योग’ के द्वारा ही जीवात्मा की संभाल सम्भव है। हमारे गुरु महाराज परम संत बाबा जयगुरुदेव महाराज ने इसी रास्ते का भेद देकर करोड़ो लोगों को दुर्व्यसनों से छुड़ा कर सत्मार्ग पर लगा दिया। आज भी लोग उस भजन को करोड़ो की संख्या में कर रहे हैं।