पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश और तेज हवाओं का दौर शुरू होते दिखेगा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इसकी भविष्यवाणी करते हुए अपने ताजा अपडेट में बताया कि बंगाल की दक्षिणी पूर्व में लो प्रेशर एरिया बन चुका है. इस पैदा होने वाले चक्रवात को मोचा नाम दिया गया है.
आईएमडी के अनुसार चक्रवात मोचा तेजी से आगे बढ़ रहा है जिसका सबसे गंभीर असर पश्चिम बंगाल-ओडिशा में पड़ते दिखाई देगा. चक्रवात मोचा को लेकर पहले से अलर्ट जारी कर दिया गया है. आईएमडी ने अपने अपडेट में चक्रवात मोचा को शक्तिशाली बताया जिसका असर मध्य प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश पर पड़ते दिखाई देगा. इस दौरान राज्यों में भारी बारिश से लेकर तेज हवाओं का दौर दिखेगा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान 11 मई तक उत्तर-उत्तरपश्चिम से मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा जिसके बाद उसकी दिशा बदल जाएगी और वो बांग्लादेश-म्यांमार तट की ओर बढ़ेगा. पैदा होने वाली इस स्थिति को देखते हुए मछुआरो, जहाज़ों और छोटी नावों को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी मं नहीं जाने को कहा गया. भविष्यवाणी के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बारिश और तेज़ हवाएं चल सकती हैं. वहीं, चक्रवाती तूफान का तमिलनाडु पर कोई असर नहीं हो सकता इसलिए राज्य के आंतरिक और तटीय जिलों में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की उम्मीद है. आरएमसी के अधिकारियों ने कहा कि ‘मोचा’ प्रारंभिक चरण में है और चक्रवात के अन्य मापदंडों को एक मजबूत चक्रवात में विकसित होने के बाद ही सार्वजनिक किया जाएगा.