- बस स्टैण्ड से लेकर ऐतिहासिक धरोहर तक भी है चपेट में
जौनपुर धारा,जौनपुर। मनमानी जगह-जगह लगाए जा रहे पोस्टर व बैनर को शहर की सुदंरता बदरंग कर रहे हैं। जौनपुर के बस स्टैण्ड से लेकर रेलवे स्टेशन, शाहीपुल के समीप अनियमितता से लगे होर्डिंग सुन्दरता को दाग लगा रहें हैं।शहर में अवैध होर्डिंग की भरमार है, चौक-चौराहों से लेकर ऐतिहासिक धरोहरों पर बड़े-बड़े फ्लेक्स लगाए गए हैं।

यहाँ तक प्रमुख सड़कों के डिवाइडर तक होर्डिंग से नहीं बच सके हैं। होर्डिंग और बैनर के चलते शहर की रौनक बिगड़ रही है। होर्डिंग कारोबारियों ने नियम-कानून ताक पर रख, जहां दिल कर रहा है वहीं होर्डिंग लगा दे रहे हैं। शहर में होर्डिंग की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। चौराहे से लेकर गलियां तक होर्डिंग से पटी हैं।

शहर की सड़कों पर अवैध होर्डिंग, बैनर, पोस्टर की भरमार है, कहीं पेड़ों पर इसे लटकाया गया है तो कहीं बिजली के खंभे और बास-बल्लियों के सहारे खड़ा कर दिया गया है। विभिन्न प्रचार एजेंसियों की तरफ से राजनीतिक दलों एवं व्यावसायिक कंपनियों के प्रचार करने की होड़ मची है। जैसे ही इन्हें किसी अवसर पर प्रचार करने का ठेका मिलता है, रातोरात शहर को होर्डिंग से पाट दिया जाता है।

इससे सुबह शहर की खूबसूरती छिनी नजर आती है। नियमों की अनदेखी कर लगाए जा रहे होर्डिंग से आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही है। नगर पालिका प्रशासन होर्डिंग कारोबारियों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। हर बार कार्रवाई की योजना बनती है, लेकिन कारोबारियों के रसूख के आगे यह ठंडे बस्ते में चली जाती है। जौनपुर के रोडवेज से लेकर रेलवे स्टेशनों तक सड़क के बीचोबीच बने डिवाइडर होर्डिंग से पटे पड़े हैं।

नगर के शाही किला से लेकर तमाम ऐतिहासिक धरोहरों पर होर्डिंग लटका दी गई हैं। नगर के शाहीकिला से लेकर, सद्भावनापुर तक की रौनक छिन गई है। यह स्थल चौतरफा होर्डिंग, पोस्टर और बड़े-बड़े फ्लेक्स से ढके रहते हैं। जिससे नगर के मुख्य चौराहे के साथ ही जेसिज चौराहे की भी खूबसूरती छिन गई है। बताया जाता है कि नगर में जगह-जगह मनमाने तरीके से रातोरात पोल गाढ़कर नया होर्डिंग लगा दिया जाता है। जिसमें मानकों की घोर अनदेखी हो रही है। जिनके लोहे के एंगल सड़क के किनारे लगे हुए हैं। निगम को विज्ञापन मद में आये सिर्फ उन्हीं होर्डिंग्स से होती है जो वैध हैं। वैध होर्डिंग की पहचान के लिए होर्डिंग पर विज्ञापन दाता का नाम और निगम द्वारा जारी एक नंबर अंकित करना होता है। लेकिन इस तरह की होर्डिंग ढूंढ़ने पर ही नजर आती है। लेकिन पूरे शहर में कई हजार होर्डिंग्स व छोटे विज्ञापन पट लगे हुए हैं। अगर सही से जाँच की जाय तो कई पोल ऐसे भी लगायें गये है जो कि मानकों को पूर्ण ही नहीं कर पा रहें हैं। नगर के जोगियापुर में तो ओवर ब्रीज के नीचे भी कई तरह के होर्डिंग्स लगे हुए हैं। कई पोलों पर तो सपोर्ट भी नहीं लगायें गयें हैं।