- तुमसे बाँधे हैं रे ख्वाजा किस्मत के धागे रे धागे….
जौनपुर धारा,मुंगराबादशाहपुर। नगर के मुहल्ला सिपाह के हजरत सैय्यद मंसूर बाबा का सलाना उर्स का जलसा रविवार को बड़े ही अकीदत और शानों शौकत के साथ मनाया गया। इस दौरान जायरीनों ने हजरत सैय्यद मंसूर बाबा की मजार पर चादरपोशी कर मन्नतें भी मांगी। साहबगंज मुहल्ला स्थित फूलशाह बाबा सिनेमा गली से डीजे सहित गाजे-बाजे के साथ जुलूस निकाला गया। जिसमें बाबा के कद्रदान सिर पर गागर लेकर चल रहे थे, जो अपने कदीमी रास्ते से होकर बाबा के मजार पर पहुंचा, जहां पर जायरीनों ने बाबा के मजार पर चादर चढ़ाई और मन्नतें भी मांगी। जुलूस के शक्ल में शामिल लोग बाबा के शान में नातिया कलाम पढ़ते हुए चल रहे थे। जो अपने कदीमी रास्ते से होकर सैय्यद मंसूर बाबा की मजार पर पहुंच कर जायरीनों द्वारा चादर चढ़ाया गया। बाबा को इत्र से नहला कर गुलपोशी किया गया। हजरत शौकत अली कंतित शरीफ अमन चैन के लिए दुआ किए। देवाशरीफ बाराबंकी से चलकर आए नामचीन कव्वाल शहजेब शहवेज वारसी मंडली के द्वारा पेश किए गए नामचीन नातिया कलाम जलसे ने समां बांधा। शहजेब शहवेज वारसी द्वारा ‘तुमसे बाँधे हैं रे ख्वाजा किस्मत के धागे रे धागे, तूमोरा कौन लागे तू मोरा पीर लागे…, आज मारो घर धूम मची है। मंसूर बाबा की शादी रची है, परन्तु लोगों ने कलाकारों का हौसला अफजाई भी किया। हक की रजा में अपना सब कुछ लुटा दिया, शब्बीर तेरे कर्बला के सफर को सलाम.. कर्बला मंजर पर सलाम कव्वाली पर पूरी महफिल गम में डूब गई। कव्वाल मंडली द्वारा बाबा के शान में पेश कव्वाली का देर रात तक लोगों ने लुफ्त उठाया। इस अवसर पर खादिम खालिद अंसारी, अध्यक्ष सुऐब मंसूरी, शिवम गुप्ता, बबलू, विक्की गुप्ता, अनिरुद्ध गुप्ता, नवरत्न, आफाक खान, मो.शादाब, आलोक, खुर्शीद, खलीक अंसारी, नीलू, फारुख, मो.खलिक अंसारी व अनवर मंसूरी आदि लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।