वाराणसी। महिला चिकित्सालय कबीरचौरा में शुक्रवार की शाम चंदौली के बहादुरपुर-पड़ाव की शबनम प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती हुईं। शाम 7:40बजे सिजेरियन के जरिए प्रसव हुआ। दो घंटे बाद परिजन को बताया गया कि बच्चा मृत पैदा हुआ है। इस पर शबनम और उसके पति ने आरोप लगाया कि आपरेशन के दौरान गर्भस्थ शिशु के सिर में ब्लेड लग गया जिससे उसकी मौत हो गई। स्वजन ने अस्पताल के चिकित्सकों और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका दावा है कि अनुचित चिकित्सीय इलाज के कारण ऐसा हुआ। चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ जांच की मांग की। प्रसूता शबनम ने यह भी आरोप लगाया कि उसे ठीक से एनेस्थीसिया नहीं दिया गया। उसे आपरेशन में असहनीय दर्द हुआ। परिजन ने यह भी कहा कि भर्ती के नाम पर उनसे पांच हजार रुपये लिये और मरीज को बीएचयू रेफर करने का दबाव बना रहे थे। डा. अनुरीता सचान ने बताया कि बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई थी। शाम 4:30बजे उसकी धड़कन सुनाई नहीं दे रही थी। अल्ट्रासाउंड में पता चला था कि धड़कन कमजोर है और आपरेशन की सलाह दी गई थी। डाक्टरों ने चेतावनी दी थी कि नवजात की स्थिति गंभीर है, ऐसे में वह जीवित भी होता है तो किसी काम का नहीं होता। आपरेशन में शामिल स्टाफ में एनेस्थेटिस्ट डॉ.उमेश, स्टाफ नर्स प्रतिमा व सुनीता और वार्ड ब्वाय पम्मी शामिल थे।
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प्रसव के दौरान गर्भस्थ शिशु की ब्लेड लगने से मौत
