पुलिस ने पहले भगाया फिर सपा नेता के दबाव पर लिखा मुकदमा
जौनपुर। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के देवकली गांव में शुक्रवार की शाम एक विवाहिता ने अपने प्रेमी को बुलाकर अपने ही पति को बेरहमी से पिटवा दिया। मारपीट में घायल हुए पति को पहले तो पुलिस ने थाने से भगा दिया, लेकिन सपा नेता के हस्तक्षेप के बाद मुकदमा दर्ज किया गया।
जानकारी के अनुसार, देवकली गांव निवासी इंद्रजीत की शादी नौ साल पहले खुटहन थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली रोशनी से हुई थी। शादी के बाद दोनों को तीन बच्चे भी हुए। सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन इसी दौरान उसी गांव के रहने वाले लक्ष्मीशंकर नामक युवक का इंद्रजीत के घर आना-जाना बढ़ गया। बताया जा रहा है कि पिछले पांच साल से रोशनी और लक्ष्मीशंकर के बीच अवैध संबंध थे। इसको लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। इंद्रजीत ने कई बार रोशनी को समझाने की कोशिश की, लेकिन रोशनी न सिर्फ उससे झगड़ा करती थी बल्कि अपनी सास को भी मारती-पीटती थी। शुक्रवार की शाम हालात उस समय और बिगड़ गए जब रोशनी ने अपने प्रेमी लक्ष्मीशंकर को फोन कर घर के पास बुला लिया। उसी समय इंद्रजीत घर से बाहर किसी काम से जा रहा था, तभी रास्ते में लक्ष्मीशंकर ने उस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में इंद्रजीत लहूलुहान हो गया और जमीन पर गिर पड़ा। गांव के कुछ लोगों ने किसी तरह उसे उठाया और प्राथमिक इलाज के बाद थाने ले गए ताकि वह रिपोर्ट दर्ज करा सके। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे डांट-फटकार कर भगा दिया और उसकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। घायल इंद्रजीत जब न्याय की उम्मीद छोड़ चुका था, तभी सपा नेता अमित यादव को इसकी जानकारी हुई। उन्होंने तत्काल थाना प्रभारी विनय प्रकाश सिंह से संपर्क कर मामले की गंभीरता बताई और मुकदमा दर्ज करने की मांग की। सपा नेता के हस्तक्षेप के बाद पुलिस हरकत में आई और देर शाम इंद्रजीत की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया। थाना प्रभारी विनय प्रकाश सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपी की तलाश में पुलिस की एक टीम लगाई गई है।