देश में एक बार फिर से शादियों का सीजन शुरू होने जा रहा है. इस साल जून महीने के बाद से ही शादी-विवाह पर रोक लग गई थी. लेकिन, एक बार फिर से सभी मांगलिक कार्य शुरू होने वाले हैं. 23 नवंबर 2023 से 15 दिसंबर 2023 तक शादियों के 12 दिन शुभ हैं. इन 12 दिनों में ही बैंड, बाजा और बारात निकालने की तैयारी करनी होगी, वरना मामला 2024 तक खिसक सकता है. अगर आप नवंबर-दिसंबर महीने में भी शादी नहीं कर रहे हैं तो फिर आपको साल 2024 तक शादी के लिए शुभ मुहूर्त का इंतजार करना पड़ेगा. खासकर, वे लोग जो इस साल के शुरुआत में गर्मियों में किसी कारण शादी से वंचित रह गए थे, वैसे लोगों के लिए नवंबर और दिसंबर महीने के 12 दिन खास होने वाले हैं.
दिल्ली-एनसीआर, यूपी, बिहार, राजस्थान, बंगाल, झारखंड, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश सहित पूरे देश में नवंबर और दिसंबर महीने में एक बार फिर से शहनाइयां गूंजेंगी. गर्मी के मौसम में शादी से चूक गए लोगों के लिए नवंबर-दिसंबर महीने में शादी के शुभ दिन नजदीक आ गए हैं. पंडित गोपाल ठाकुर कहते हैं, ‘नवंबर महीने में विवाह के लिए पांच दिन शुभ हैं. यूपी-बिहार में प्रचलित ठाकुर प्रसाद कैलेंडर के अनुसार 23 नवंबर, 24 नवंबर, 27 नवंबर, 28 नवंबर और 29 नवंबर विवाह के शुभ दिन हैं. इसी तरह दिसंबर महीने में 7 दिन विवाह के लिए शुभ माने गए हैं. ये दिन 5 दिसंबर, 6 दिसंबर, 7 दिसंबर, 8 दिसंबर, 9 दिसंबर, 11 दिसंबर और 15 दिसंबर हैं.’
Shadi Vivah Shubh Muhurat List 2023: नवंबर-दिसंबर महीने में शादी के शुभ दिन नजदीक आ गए हैं.
शादी के शुभ दिन आ गए नजदीक
दिल्ली-एनसीआर में शादियों के शुभ मुहूर्त को देखते हुए लोग अभी से ही हलवाई, मंडप, मैरिज होम से लेकर होटल और गाड़ियां तक बुक करने में लग गए हैं. चांदनी चौक और सदर बाजार जैसे थोक बाजारों में कपड़ों के ऑर्डर लिए जा रहे हैं. हालांकि, बाजारों में त्योहारी सीजन को लेकर पहले से ही रौनक है. इसके बावजूद शादियों के शुभ मुहूर्त को देखते हुए इस बार इलेक्ट्रॉनिक, ज्वैलरी और कपड़ा बाजार में भी खूब खरीददारी हो रही है.
शुभ मुहूर्त के लिए करते हैं सालभर इंतजार
बता दें कि हिंदू धर्म में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त और शुभ दिन का लोग सालों इंतजार करते हैं. कभी-कभी शुभ मुहूर्त नहीं होने की वजह से शादी टाल दी जाती है. ज्योतिष शास्त्र में सफल वैवाहिक जीवन के लिए जातकों को विवाह की शुभ तिथि और समय का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इसलिए इस साल नवंबर और दिसंबर महीने में विवाह के कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं, जिसके बाद विवाह वाले घरों में हलचल शुरू हो गई है.
हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का महत्व
हालांकि, ज्योतिषाचार्य आचार्य कमलनाथ कहते हैं, ज्योतिषीय सलाह से शादी निर्धारित नहीं करनी चाहिए. शादी की तारीख वर और वधु पक्ष के सुविधा और लड़का और लड़की की जन्मकुंडली मिलान के बाद तय करनी चाहिए. इससे दोनों पक्षों को शुभ दिन तय करने के साथ-साथ वर-वधु के वैवाहिक जीवन पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है. गौरतलब है कि हिदू धर्म में शुभ कार्य के लिए शुभ मुहूर्त देखना वर्षों से चली आ रही परंपरा है. हिन्दू धर्म के अनुसार देश के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग पंचांगों के अनुसार शादी विवाह होते हैं. यूपी और बिहार में मिथिला और वणारसी पंचांग के अनुसार अमूमन शादी विवाह के लिए शुभ दिन निकाले जाते हैं. ऐसे में इस साल नवंबर और दिसंबर महीने में 12 दिन विवाह के शुभ दिन निकाले गए हैं. बता दें कि इस साल जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर महीने में विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं थे, क्योंकि इस अवधि में भगवान विष्णु योग निद्रा में चले गए थे. इस अवधि में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं होते हैं.