ब्रिटिश-ईरानी नागरिक अलीरेज़ा अकबरी को फांसी दिए जाने के बाद यूनाइटेड किंगडम ईरान न्यूक्लियर डील के लिए अपनी तरफ से दिए गए सपोर्ट पर दोबारा से विचार करने जा रहा है. एक सूत्र के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारियों की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूक्लियर डील को रिन्यू करने के संबंध में परिस्थितियां बदल गई हैं, जिसके कारण ब्रिटेन डील में शामिल होने के अपने विकल्प की समीक्षा कर रहा है. ईरान न्यूक्लियर डील को बहाल करने पर बातचीत पिछले साल अगस्त से रुकी हुई है और इस बीच ईरान में बड़े पैमाने पर विरोध के बाद पश्चिम और ईरान के बीच संबंध बिगड़ते जा रहे हैं. हिजाब विरोधी प्रदर्शनों पर तेहरान की घातक कार्रवाई की अंतरराष्ट्रीय लेवल पर कड़ी निंदा की गई है.
फांसी के बाद यह फैसला ले सकती है
ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली ब्रिटिश सरकार ने ब्रिटेन और ईरान की दोहरी नागरिकता रखने वाले अलीरेज़ा अकबरी की फांसी के बाद यह फैसला ले सकती है. ईरान ने कहा कि उसने ब्रिटेन की खुफिया सेवा के लिए कथित तौर पर जासूसी करने के आरोप में एक पूर्व उच्च सरकारी अधिकारी अलीरेज़ा अकबरी को मार डाला. अलीरेज़ा अकबरी ईरान के पूर्व डिप्टी डिफेंस ऑफिसर थे. उन्हें साल 2019 में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्हें कल शनिवार (14 जनवरी) को फांसी दे दी गई.
फांसी को एक बर्बरता बताया
ऋषि सुनक ने ईरान के ओर से दी गई फांसी को बर्बरता बताया. सुनक ने ट्विटर पर कहा, “ईरान में ब्रिटिश-ईरानी नागरिक अलीरेज़ा अकबरी की फांसी से मैं हैरान हूं. अपने ही लोगों के मानवाधिकार के खिलाफ हुई बर्बरता की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. ये बिना चुनौती के खत्म नहीं होगा.