गाजियाबाद : सड़कों पर हर -हर महादेव, बम -बम भोले के जयकारों के साथ कांवड़िये आपको देखने को मिल जाएंगे. लेकिन गाजियाबाद के राहुल सैनी की कांवड़ यात्रा थोड़ी अलग है. राहुल अपने दादा -दादी को कांवड़ में बिठाकर यात्रा कर रहे है. सावन के इस पवित्र महिने में वो भी लाखों भक्त साथ निकल पड़े है, बाबा को जल अर्पित करने.
गाजियाबाद के राहुल को लोगों से ‘कलयुग का श्रवण ‘ जैसे उपनाम भी दिए जा रहे हैं. शिव भक्त राहुल की जमकर तारीफ हो रही है. श्रवण कुमार ने अपने बूढ़े माता पिता को तराजू नुमा पालकी में बैठा कर तीर्थ यात्रा करवाई थी. वहीं गाजियाबाद के मुसाडीपुर निवासी राहुल सैनी कलयुगी श्रवण कुमार बन गए है. शिव भक्त राहुल सैनी अपने बूढ़े दादा-दादी को तीर्थ यात्रा पर लेकर निकले हैं. आपको बता दें कि राहुल सैनी ने तराजू नुमा पालकी में एक तरफ अपने दादा को तो दूसरी तरफ दादी को बिठाया. उन्होंने हरिद्वार से मेरठ तक यह यात्रा बड़ी मशक्कत और कठिनाई से पूरी की. इस यात्रा को मेरठ तक पूरा करने में राहुल को लगभग 16 दिन लग गए. इसके बाद व अपने गंतन्त्व गाज़ियाबाद की ओर बढ़े. राहुल और उनके दादा ने सभी श्रद्धालुओ व देशवासियो को सन्देश भी दिया कि सभी को अपने माता-पिता की हमेशा सदैव सेवा करनी चाहिये.