- सरायख्वाजा के ऐतिहासिक भादोछठ मेले में उमड़ी भारी भीड़
जौनपुर धारा, जौनपुर। सरायख्वाजा का ऐतिहासिक भादोछठ के मेले में हजारों श्रद्धालुओं ने प्राचीन सूरज कुंड तालाब में भोर से ही श्रद्धा व आस्था की डुबकी लगाई। मेले में भारी भीड़ उमड़ी रही। दिनभर चोटहिया जलेबी से लेकर कृषि यंत्रों की जमकर खरीदारी हुई। दूर दराज से आये दुकानदारों की अच्छी बिक्री हुई। सरायख्वाजा का ऐतिहासिक भादोछठ का मुख्य मेला रविवार को लगा। जिसमें तीन बजे भोर से ही महिलाएं बूढ़े बच्चे व अन्य लोग प्राचीन सूरजकुंड तालाब में स्नान कर सूर्य को अर्ध्य देते रहे और स्नान ध्यान के उपरांत अपने पुराने कपड़े छोड़ कर कुंड पर स्थापित शिव मंदिर में पूजन अर्चन किया। महिलाए कढ़ाई पुड़ी चढाकर पूजन किया। सूरजकुंड में चर्म रोगियों व बूढ़े बच्चे महिलाएं समेत हजारों लोगों ने स्नान किया। इसके अलावा दो किलोमीटर में लगने वाला भादो छठ के मेले में किसानों ने कृषि यंत्रों की जमकर खरीदारी की। वहीं तमाम वाहन इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों ने इंस्टॉल भी अपने अपने प्रोडक्ट के लगाए। इसके अलावा खिलौनों की खरीदारी में बच्चों ने लुफ्त उठाया। जगह-जगह चोटहिया जलेबी की भी धूम रही। मेले में भारी संख्या में मिठाई की दुकाने, सिंगार प्रसाधन, फल, खेल खिलौने, गुब्बारे, कृषियंत्रों की दुकानें सजी थी।ग्राम प्रधान रैना सन्तोष सिंह ने भी मेला के लिए कंट्रोलरूम की व्यवस्था की थी। मेले में समाजसेवी संस्थाओं व कॉलेज छात्रों की ओर से जगह-जगह निशुल्क गांव की व्यवस्था की गई थी, जो मेलार्थियो के गले को तर करवाते रहे। मेले में चोर उचक्के गड़बड़ी ना कर पाए इसके लिए पुलिस सादे ड्रेस में भी चक्मण लगाती रही।
- चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस, रूटा रहा डायवर्ट
मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थानाध्यक्ष सरायख्वाजा सतीश कुमार सिंह, चौकी प्रभारी पूर्वांचल विश्वविद्यालय संतोष कुमार यादव के नेतृत्व में जगह-जगह पुरूष व महिला पुलिस टीमें, पीएसी लगी रही, चप्पे-चप्पे पर तैनात होकर निगरानी किया। सुरक्षा को देखते हुए मेला व्यवस्था संभालती रही। यहां तक सुबह 11बजे से सिद्दीकपुर से जमुहाई, कोरीडीहा व पूर्वांचल विश्वविद्यालय से होते हुए करंजाकला बाजार, मल्हनी से कोरीडीहा रूट डायवर्ट कर दिया गया था। जिसमें बड़े वाहन ट्रक बस को भीङ देखते हुए डायवर्ट किया गया था।