- गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए बीएसए ने की प्रशंसा
जौनपुर। शनिवार को बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल के निरीक्षण में दो स्कूलों के छह शिक्षक अनुपस्थिम मिले और दो शिक्षक देर से पहुंचे। इसपर अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन रोका गया, जबकि देर से पहुंचे शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। कंपोजिट विद्यालय मानसाहपुर में 35 प्रतिशत बच्चे भी स्कूल नहीं पहुंचे। यहां गंदगी के साथ ही अन्य खामियां पायी गईं। मछलीशहर, सिकरारा और महराजगंज ब्लाक के कुल 7 स्कूलों का निरीक्षण किया गया। सिकरारा ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय मानसाहपुर में बेएसए सुबह 8 बजे ही पहुंच गए। लगातार चेतावनी, नोटिस और अफसरों के निरीक्षण के बावजूद कुछ स्कूलों में सुधार नहीं हो रहा है। यहां प्रभारी प्रधानाध्यापक अशोक कुमार, सहायक अध्यापक राजेन्द्र प्रताप सिंह एवं शैलेश कुमार सिंह निरीक्षण के समय अनुपस्थित मिले। उनका निरीक्षण तिथि का वेतन रोका गया। मंजुला मौर्य एवं राजन सिंह पांच मिनट की दूरी से पहुंचे। जिन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया। यहां स्वच्छता की कमी, टूटे हैंडवॉश, क्षतिग्रस्त झूला मिला। 84 नामांकित छात्रों में केवल 30 की उपस्थिति रही। प्रभारी प्रधानाध्यापक का वेतन अग्रिम आदेश तक रोका गया एवं सभी कमियों के सुधार हेतु साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। विद्यालय परिसर में जर्जर भवन चिन्हांकित कर उसे हटाने/प्रयोग से वर्जित करने के लिए बीईओ को निर्देश दिया गया। कंपोजिट विद्यालय डमरूआ में 8.45 बजे शैलेंद्र कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह एवं वरुण कुमार (अनुदेशक) अनुपस्थित मिले। तीनों का वेतन/मानदेय रोका गया। 75 हजार की कंपोजिट धनराशि का आय-व्यय विवरण अपडेट नहीं पाया गया। प्राथमिक विद्यालय सकलदेलहा (सिकरारा) में उपस्थिति बढ़ाने का निर्देश दिया गया। मछलीशहर के प्राथमिक विद्यालय विश्वपालपुर, महराजगंज के प्राथमिक विद्यालय पोखरा, कंपोजिट विद्यालय कठार का भी निरीक्षण किया गया। बेहतर कार्य करने वालों की सराहना की गई। बच्चों से बीएसए ने सवाल भी पूछा। कठार में सुरक्षा की दृष्टि से भवन के चिन्हांकन एवं तकनीकी मूल्यांकन के लिए कार्रवाई का निर्देश निर्देश दिया गया।