- सरायख्वाजा के मंगदपुर गांव का मामला
- सर्प मित्र ने डेढ़ दर्जन कोबरा के बच्चों का किया रेस्क्यू
जौनपुर। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मंगदपुर गांव में एक रिहायशी कच्चे घर में कोबरा सर्प के डेढ दर्जन बच्चे का रेस्कू किया गया। वहीं कोबरा के मेल फीमेल होने की आहट से पूरा परिवार दहशत में है। बता दें कि मंगदपुर गांव में सुक्खू कश्यप के घर सोमवार की रात से भारी संख्या में कोबरा सर्प के बच्चे पूरे घर में निकाल कर टहलने लगे, जब परिवार देखा तो वह डर के मारे घर से बाहर आ गया और सुबह तक करीब डेढ़ दर्जन कोबरा के बच्चो का सर्प मित्र के जरिए रेस्क्यू किए गए। जबकि नाग और नागिन का जोड़ा अभी पकड़ नहीं गया। कच्चे घर में अंदर तक बाम्बी है, इस बाम्बी में नाग और नागिन होने की आशंका है। हालांकि कोबरा सर्प के बच्चे धीरे-धीरे उसे घर से बाहर निकल रहे हैं और घर का खुदाई करने में घर गिरने का डर है, इसलिए जितने बच्चे बाहर निकल रहे हैं। वह पकड़े जा रहे हैं। इस घटना से पूरा परिवार दहशत में है और लोगों का कहना है जब तक नाग नागिन नहीं पकड़े जाते हैं, तब तक परिवार दहशत में ही रहेगा या तो घर छोड़कर बाहर ठिकाना बनाना पड़ेगा। भारी संख्या में कोबरा के बच्चे निकलने से गांव में आसपास के लोग भी सहम उठे हैं। हालांकि अभी तक कोबरा सर्प ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है और लोग भी उसे नहीं पहुंचा रहे हैं, जो कोबरा बच्चे पकड़े गए, उन्हे जंगल में छोड़ दिया गया। पीड़ित मनीष कश्यप का कहना है कि अचानक सोमवार की शाम से कोबरा के बच्चे निकलने लगे। हालांकि के पहले बिल तो दिखाई दी थी, लेकिन कोबरा नहीं दिखा था। काफी पहले यह बिल चूहो के द्वारा किया गया था। अब उसी में अंदर नाग-नागिन होने की बात को पता चली है। कोबरा अपने बच्चों के पीछे आया था, लेकिन वह लोगों को देखकर फिर इस बिल में घुस गया।