- सम्मान समारोह पर पहुंचे विधायक लकी यादव व तूफानी सरोज को किया सम्मानित
केराकत। प्रो.कबड्डी लीग के 12वें सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी जौनपुर कबड्डी के लिए ऐतिहासिक क्षण रहा। क्योंकि इस बार प्रो कबड्डी लीग में जौनपुर के उदित यादव को यूपी योद्धा फ्रेंचाइजी ने दो साल का करार करते हुए उन्हें 22 लाख में खरीद लिया है। इसके साथ ही उदित यादव प्रो कबड्डी लीग के इतिहास में जौनपुर ही नहीं बल्कि पूर्वांचल से खेलने वाले पहले खिलाफ बन चुके है। चयन की खबर होते ही जौनपुर वासियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
इसी कड़ी मंगलवार को उदित यादव ने पैतृक आवास अखईपुर में सम्मान समारोह आयोजित की गई कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे कबड्डी संघ अध्यक्ष व मल्हनी विधायक लकी यादव ने उदित यादव को माला पहनाकर व विजय तिलक लगाकर जनपद समेत पूर्वांचल का नाम रोशन करने की बधाई दी। उहोंने कहा कि आज जब समाज के अनेक युवा नशे जैसी बुराइयों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, ऐसे में उदित यादव जैसे खिलाड़ी प्रेरणा की एक जीवंत मिसाल हैं। उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और नीयत मजबूत हो,तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को एक दिशा और ऊर्जा देगी। वही कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि पहुंचे क्षेत्रीय विधायक तूफानी सरोज ने उदित यादव का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि गांव की मिट्टी से निकलकर पूरे पुर्वांचल में प्रो कबड्डी लीग में अपना स्थान कायम करके अखईपुर का ही नहीं बल्कि पूरे जनपद का मान सम्मान बढ़ाने का काम किया है। यह उपलब्धि हम सभी के लिए हर्ष की बात है। एक व्यक्ति जब सफलता हासिल करता है तो वह नजीर बना लेता है। जो दूसरों के लिए प्रेरणादायक होता है। इस अवसर पर नीरज पहलवान, कबड्डी जिला सचिव रवि यादव, राकेश यादव, सुरेश यादव, दिनेश यादव, ग्राम प्रधान रामसहाय समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन मंगल यादव ने की।
प्रो.कबड्डी में केराकत का एक उभरता सितारा
बता दे कि प्रो कबड्डी लीग में उदित यादव का यह पहल सीजन है। उदित यादव को यूपी योद्धा ने अपनी टीम में शामिल किया है।उदित यादव के परिवार की अगर बात करे तो दो भाई और एक बहन में सबसे बड़े है और पिता रामराज यादव मुंबई में रहकर फिल्मी दुनिया में सेट डिजाइनर का काम करते है।
कबड्डी खेलते देख खिलाड़ियों से मिली प्रेरणा
उदित यादव कुश्ती का खिलाड़ी है कुश्ती प्रतियोगिता में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन का लोहा मनवा चुका है।उदित ने बताया कि मुंबई अपने पिता के यहां गया हुआ था जब भी शाम को टहलने निकलता था तो खिलाड़ियों को कबड्डी खेलते देखता था। कबड्डी देखते देखते उसका झुकाव कबड्डी की तरफ हो गया और कबड्डी खेलने लगा। मडियाहूं में कबड्डी का खेल हो रहा था खेल में शिरकत करने पहुंचे रवि यादव व कोच सुरेश यादव को उदित की प्रतिभा ने प्रेरित किया जिसके बाद रवि यादव व सुरेश यादव के संरक्षण में उदित यादव ने खेल की बारीकियां सीखी और आज अपनी प्रतिभा के बदौलत प्रो कबड्डी लीग में अपना स्थान कायम किया।