- एक करोड़ दस लाख लागत से पर्यटन विभाग द्वारा कराया जाना था सुंदरीकरण
मुंगराबादशाहपुर। स्थानीय क्षेत्र के नीभापुर गांव स्थित प्राचीन देवी माता मन्दिर के सुंदरीकरण में उपजे विवाद को लेकर मंगलवार को धाम पर जुटे कई गांव के लोगों ने आपत्तिकर्ता पर जमकर भड़ास निकाली व मंदिर परिसर में माला फूल बेचने पर एतराज़ जताया। उक्त मंदिर में माला-फूल बेचने व चढ़ावा धन आदि ले जाने वाले माली समाज के लोगों ने मंदिर परिसर के सुंदरीकरण पर अपनी निजी भूमि बताकर आपत्ति दाखिल कर दिया है। जिसके कारण पर्यटन विभाग द्वारा प्राप्त धन से सुंदरीकरण में अवरोध उत्पन्न हो गया है। करीब दो सौ साल से अधिक प्राचीन माता पिपरी भवानी धाम पर दर्जनों गांव के श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन पूजन किया करते हैं। मंदिर के सुंदरीकरण के लिए राज्यसभा सदस्य सीमा द्विवेदी की संस्तुति पर एक करोड़ दस लाख रुपए सुंदरीकरण हेतु स्वीकृत हुआ था। विभाग द्वारा टेण्डर आवांटित किया जा चुका है। जैसे ही विभाग के लोग कार्य आरंभ करने हेतु नाप-जोख करने स्थल पर पहुंचे वहां माला फूल बेचने वाले उसी गांव के निवासी माली समाज के लोगों ने अपनी निजी भूमि होने का दावा करते हुए आपत्ति कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार उक्त परिसर की बाउंड्री वॉल पंचायत भवन सहित इंटरलाकिग आदि कार्य पर ग्राम पंचायत का एक दसक पहले करीब चालीस लाख रुपए खर्च किया जा चुका है। जब उक्त कार्य हो रहा था तब किसी ने आपत्ति नहीं जताया। लेकिन पर्यटन विभाग द्वारा सुंदरीकरण पर आपत्ति खड़ी कर दिया।निर्माण कार्य में बांधा डालने वालों से वार्ता करने समाधान ढूंढने के लिए महापंचायत जुटाई गई लेकिन आपत्तिकर्ता पंचायत में शामिल नहीं हुए। जिसके कारण आक्रोशित ग्रामीणों ने एलान कर दिया कि अब उक्त लोगों को परिसर में माला-फूल भी नहीं बेचने दिया जाएगा न ही माता को चढ़ाए गए धन पर उनका अधिकार होगा। अभी तक मन्दिर का चढ़ावा माली लोग बारी-बारी से ले जाते थे। पंचायत में बृजेश तिवारी, बब्लू तिवारी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य मेवालाल सरोज, डब्लू मिश्र, अरुण मिश्र, मनोज शर्मा सहित दर्जनभर गांव के लोग शामिल रहे।