- दो दिवसीय व्याख्यान माला का हुआ समापन
जौनपुर धारा,जौनपुर। वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग में दो दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत पीजीआई चंडीगढ़ के माइक्रोबायोलॉजी डिवीजन के प्रो.अनूप के.घोष का व्याख्यान आयोजित हुआ। उन्होंने पहले दिन फंगल किरैटाईटिस एवं दूसरे दिन शनिवार को सूक्ष्मजीव विज्ञान एवं इसमें सम्भावनाओं के विषय पर व्याख्यान दिया। प्रो.घोष के कहा कि फसलों की कटाई के समय किसानों की लापरवाही के कारण धान के छिलकों के आंखों में लगने के कारण कार्निया की ऊपरी परत डैमेज हो जाती है। जिससे फंगल किरैटाईटिस रोग को फैलाने वाले फंगस आँखों को संक्रमित कर देते हैं।सही समय पर इलाज न कराने पर रोगी के आंखों की रोशनी चली जाती है। इसके अलावा उन्होंने कोविड के दौरान होने वाले ब्लैक फंगस का मुख्य कारण भी विस्तार में समझाया। प्रो.घोष के अनुसार अत्यधिक मात्रा में लिये जाने वाले स्टेरॉयड और कोविड के संक्रमण में एबढ़े हुए डाइबिटीज को ब्लैक फंगस का मुख्य कारण बताया। दूसरे दिन के व्याख्यान में उन्होंने पृथ्वी पर विकास के दौरान होने वाली घटनाओं को बड़े रोचक तरीके से बताया। उन्होंने कहा कि सूक्ष्मजीव मानव जीवन के लिए लाभदायक होते के साथ ही साथ हानिकारक भी हैं जो विभिन्न प्रकार के रोगों को मनुष्यों में फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं। इस अवसर पर डॉ.मनीष गुप्ता, डॉ.ईषानी भारती, डॉ.प्रतिमा श्रीवास्तव, डॉ.सिपाही बाल पटेल, डॉ.श्वेता सोनम, डॉ.दिनेश कन्नौजिया, डॉ.मारुति प्रसाद उपस्थित रहे।