- किसानों को बोरिंग का लाभ दिलाये जाने का दिया निर्देश
जौनपुर धारा,जौनपुर। जिलाधिकारी डॉ.दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया। किसान दिवस के अवसर पर मण्डी परिषद के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं, कृषि विभाग, विद्युत विभाग, उद्यान विभाग सहित विभिन्न विभागों के द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी किसानों को दी गई। जिलाधिकारी ने किसानों को फार्मर रजिस्टी के लाभ बताते हुए कहा कि जनपद के समस्त किसान अपनी किसान आईडी अनिवार्य रूप से बनवा लें क्योंकि पीएम किसान सम्मान निधि सहित अन्य योजनाओं का लाभ फार्मर रजिस्टी कराने वाले किसान ही प्राप्त कर सकेंगे, गांवो में कैम्प आयोजित कर किसानों की फार्मर रजिस्टी बनाई जा रही है। उन्होंने अधिशाषी अभियन्ता अभियंता लघु सिंचाई को निर्देशित किया कि किसानों को बोरिंग का लाभ दिलाया जाए, जिस पर अधिशासी अभियंता ने किसानों को कहा कि वह किसी भी कार्यदिवस पर विकास भवन की तृतीय तल पर कार्यालय आकर या अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई के मोबाइल नंबर 8957492996 पर फोन कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जिन विभागों से सम्बन्धित शिकायतें प्राप्त हुयी उसे तत्काल निस्तारित करें। डिप्टी आरएमओ नृपंजय पाठक ने बताया कि गेहूं क्रय केंद्र 17 मार्च से संचालित हो गए हैं। इस वर्ष गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में गत वर्ष से 150 रुपए प्रति कुंतल की वृद्धि हुई है। प्रति कुंतल गेहूं की एमएसपी 2425 रुपए है। गेहूं विक्रय के लिए किसान बंधु किसी भी जन सेवा केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराएं। किसान बंधु द्वारा स्वयं अपने मोबाइल में किसान मित्र ऐप डाउनलोड करके भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा अपने नजदीकी किसी भी धान क्रय केंद्र पर जाकर नि:शुल्क अपना पंजीकरण करा सकते हैं। किसान बंधुओं की सुविधा के लिए जिलाधिकारी द्वारा कुल 40मोबाइल क्रय केंद्र भी बनाए गए हैं। जिस गांव में एक ट्रक लोड गेहूं मिलने की संभावना हो, वहां मोबाइल क्रय केंद्र के माध्यम से किसान के घर जाकर तौल कराई जाएगी। कृषि वैज्ञानिक डा.आरके सिंह द्वारा जायद अभियान के तहत खाली खेतो में उर्द एवं मूँग की खेती कर अतिरिक्त दलहन उत्पादन प्राप्त कर मृदा की उर्वरता में बृद्धि कर अगली खरीफ में बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते है। डा. सुरेंद्र सोनकर ने किसानों को वर्मी कंपोस्ट बनाकर खेत में डालने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर उप निदेशक कृषि हिमान्शु पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.ओपी श्रीवास्तव, जिला कृषि अधिकारी विनय सिंह, सहित अन्य अधिकारीगण और किसान उपस्थित रहे।