मणिपुर में जारी हिंसक गतिविधियों के बीच अब राजधानी इंफाल के एयरपोर्ट के पास अनमैन्ड एरियल व्हीकल (Unmanned aerial vehicle) देखा गया है. इंफाल एयरपोर्ट पर रविवार दोपहर 2.30 बजे अचानक दिखे UAV के बाद हंगामा मच गया. इसके बाद इंफाल एयरपोर्ट पर आने और जाने वाली सभी फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं.
इंफाल के जिस एयरपोर्ट पर UAV देखा गया, उसका नाम वीर टिकेंद्रजीत अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है. सूत्रों के मुताबिक इंफाल से आने-जाने वाली कुछ उड़ानों को रद्द कर दिया गया और कुछ उड़ानें इंफाल हवाई क्षेत्र से वापस लौट गईं, जिन्हें दूसरे गंतव्यों की तरफ मोड़ दिया गया. अनुमान लगाया जा रहा है कि UAV एक ड्रोन हो सकता है.
25 मिनट तक लैंडिंग से रोकी गई फ्लाइट
बताया जा रहा है कि कोलकाता से एक फ्लाइट इंफाल में लैंड होने वाली थी, लेकिन उसे यह कहकर रोक दिया गया कि सुरक्षा एजेंसियों से अनुमति मिलने तक लैंडिंग ना की जाए. यात्रियों से भरी एक फ्लाइट को तो 25 मिनट तक इंफाल एयरपोर्ट पर लैंड करने से रोका गया. बाद में उसे गुवाहाटी डायवर्ट कर दिया गया.
कई फ्लाइट्स को डायवर्ट भी किया गया
UAV की सूचना मिलने के बाद करीब 3 घंटे तक 3 उड़ानों को टेक ऑफ करने से रोका गया और दो फ्लाइट्स को कोलकाता की तरफ मोड़ दिया गया. हालांकि, शाम करीब 6 बजे दिल्ली, पटना और गुवाहाटी के लिए तीन फ्लाइट्स ने देरी से उड़ान भरी.
एयरपोर्ट प्रबंधन का आया बयान
इम्फाल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के AAI डायरेक्टर चिपेम्मी कीशिंग ने बताया कि इम्फाल नियंत्रित हवाई क्षेत्र के अंदर एक अज्ञात उड़ने वाली वस्तु देखे जाने के कारण, दो उड़ानों को डायवर्ट कर दिया गया है और तीन टेक ऑफ करने वाली उड़ानों में देरी हुई है.
इंटरनेट पर 23 नवंबर तक बढ़ा प्रतिबंध
बता दें कि हिंसा प्रभावित राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मणिपुर सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध को 23 नवंबर तक पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया है.
मणिपुर हिंसा में हो चुकी है 200 मौतें
बता दें कि मणिपुर में मैतेई समुदाय खुद को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग कर रहे हैं. अपनी इस मांग को लेकर उन्होंने मणिपुर में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ निकाला था. इस मार्च के बाद कुकी समुदाय ने भी प्रदर्शन किया था और प्रदर्शन ने उग्र रूप धारण कर लिया था. राज्य में 3 मई से आदिवासी समूह मैतेई और कुकी के बीच जातीय संघर्ष चल रहा है. इस संघर्ष में अब तक 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.