गाजा पर परमाणु बम गिराने का सुझाव देने वाले इजरायली मंत्री अमिहाई एलियाहू को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें अगली सूचना तक सभी सरकारी बैठकों से निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी मंत्री के बयान की निंदा की. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हम निर्दोषों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के उच्चतम मानकों के अनुसार काम कर रहे हैं. हम अपनी जीत तक ऐसा करना जारी रखेंगे. इससे पहले इजरायली मंत्री ने दावा किया था कि गाजा पट्टी पर परमाणु बम गिराना इजरायल के विकल्पों में से एक है. हालांकि पीएम ने इस तरह के बयानों का पूरी तरह से खंडन किया है.
इजरायली मंत्री अमिहाई एलियाहू ने अपने विवादित बयान के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ”परमाणु बम के बारे में उनका बयान “प्रतीकात्मक” था, लेकिन हमें निश्चित रूप से आतंकवाद के प्रति एक शक्तिशाली कदम उठाना होगा, जिससे आतंक को पनाह देने वालों को साफ मैसेज जाएगा. यह एकमात्र फॉर्मूला है, जिसका उपयोग लोकतांत्रिक देश आतंकवाद से निपटने के लिए कर सकते हैं.” विवादित बयान के दौरान एलियाहू ने गाजा निवासियों को नाज़ी कहते हुए उन तक मानवीय सहायता पहुंचाने पर भी आपत्ति जताई. गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने अचानक इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें कम से कम 1,400 लोग मारे गए थे. इसके बाद से इजरायल की जवाबी कार्रवाई जारी है. हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के के अनुसार, गाजा में अब तक कम से कम 9,488 लोग मारे गए हैं. इससे पहले इजरायल के विपक्षी नेता और पूर्व इजरायली प्रधानमंत्री येर लैपिड ने भी एलियाहू की आलोचना की और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की.