- डिलीवरी के बहाने दिल्ली लेकर जाकर किया गया रेप
- कुछ पैसे देकर बन्द कराया मुह
- पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर कर रही है पूछताछ
जौनपुर धारा, जौनपुर। सरायख्वाजा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजाकला में एक नाबालिक को नवजात बच्ची का जन्म हुआ, जन्म होते हुए नाबालिक ने उसका सौदा कर दिया, लेकिन उस मामले पर नया मोड़ आ गया है। गरीबी का फायदा उठाते हुए कुछ लोगों ने पत्नी के डिलीवरी के नाम पर नाबालिक को एक साल पूर्व दिल्ली ले जाकर रेप किया था, जिस पर किशोरी ने सरायख्वाजा पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजाकला मे अविवाहित नाबालिक ने नवजात बच्ची को जन्म दिया।जिसके बाद नाबालिक किशोरी ने किसी के स्टाफ नर्स के माध्यम से उसे बच्ची का सौदा करते हुए उसे बेच दिया, बाद में कई लोग उसके खरीदार सामने आ गए। जिस पर हंगामा हो गया। अधिकारियों के संज्ञान में आते ही आते हुए दुधौरा गांव में बेची नवजात को फिर वापस मनाया गया। चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर आनंद प्रकाश ने इस मामले की सूचना सरायख्वाजा पुलिस को दी। पुलिस ने पीङिता के निशानदेही पर जिसमें तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। उधर सीएमओ ने दो टीमों का गठन कर दिया। पीङिता ने कई अधिकारियों को अपनी पीङा बताते हुए वीडियो पर बयान दिया। पीङिता के बयान पर इस घटना के मामले पर नया मोड़ आ गया, एक वर्ष पूर्व तीन लोग पत्नी की डिलीवरी के बहाने व नौकरी के नाम पर दिल्ली लेकर गए थे। 9महीना पहले और कोल्ड्रीन्क में नशीला पदार्थ डालकर उसके साथ रेप किया और इसके बाद होश आने पर वह समझ नहीं पाई उसके साथ क्या हुआ है। जब 4महीने बाद पता चला की गर्भवती हो गई है और दिल्ली ले जाने वाले लोगों ने कुछ पैसे देकर उसे चुप कर दिया। उसके बाद वह गरीबी के चलते अपने गर्भ का सौदा किया और रविवार को इस हालत में पहुंच गई।
36 घंटे बाद दर्ज हुआ रजिस्टर में नाम
करंजाकला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किशोरी के प्रसव और उसके बच्चे का सौदा करने का मामला वायरल हुआ तो 36घंटे बाद अस्पताल के रजिस्टर में किशोरी का नाम दर्ज किया गया। किशोरी को यहां शनिवार को भर्ती कराया गया था। लेकिन अस्पताल में उसका रजिस्ट्रेशन कराया बिना ही उसका प्रसव करा दिया गया।
अस्पताल में प्रसूता को तीसरे दिन से खाना मिला जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों में भर्ती होने वाली महिलाओं को भर्ती होने वाले दिन से ही खाना देने जाने का प्रावधान है। लेकिन उसके तहत किशोरी को तीसरे दिन भोजन दिया गया।