जौनपुर धारा,जौनपुर। मकर संक्रांति के त्योहार को लेकर बाजार में खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी है। मकर संक्रांति का प्रतीक लाई, चुरा, तिलवा, गुड़ व गजक, ढूंढा तथा पंतग की दुकानें सज गई हैं। पतंगबाजी करने वाले युवा दूसरों की पंतग को काटने के लिए मंहगा से मंहगा व अच्छे मांझा की मांग कर रहे हैं। पहली बार पंतग उड़ाने वालों में प्लास्टिक की रंग-बिरंगी विभिन्न कार्टून बनी पतंग पसंद की जा रही है। मंगलवार को मकरसंक्रांति का त्योहार पूरे जनपद में मनाया जाएगा।
मकर संक्रांति यानी खिचड़ी के लिए बाजार सज गए हैं। शहर से लेकर गांव तक तिल की सुगंध, गुड़ की मिठास चहुंओर बिखर गई है। लोगों ने पर्व के लिए लाई-चूड़ा आदि की खरीदारी शुरू कर दी है। मकर संक्रांति को लेकर बाजार में चूड़ा, लाई, गुड़ की दुकानें सज गई है। इससे बाजार में काफी चहल-पहल बढ़ गयी है। पर्व नजदीक आते ही जिलेभर के विभिन्न बाजारों में चहलकदमी बढ़ गयी है। दूध- दही, गुड़, तिलकुट व दान-पुण्य की चीजों की खरीदारी जोरों पर है। शहर से लेकर ग्रामीण बाजारों में तिलकुट और गुड़ से बनी पारंपरिक चीजों को सौंधी खुशबू तैर रही है। सुबह आठ बजे से ही लोग संक्रांति के लिए गुड़ और चूड़ा खरीद रहे हैं। अधिकतर दुकान के सामने आजकल सिर्फ चूड़ा और गुड़ की ही बिक्री हो रही है। काला और सफेद तिल व तिलकुट की बिक्री में भी काफी तेजी आयी है। स्नान और अन्नदान का महापर्व मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इसके मद्देनजर शहर के कोतवाली, भंडारी रोड, पॉलिटेक्निक, नईगंज, ओलंदगंज समेत ग्रामणी क्षेत्र के बाजारों में लाई, तिलकुट, चूड़ा की दुकानें सज गई हैं।

शूगर फ्री तिलकुट भी बाजार में उपलब्ध
मधुमेह रोगियों के लिए शूगर फ्री तिलकुट भी बाजार में उपलब्ध है। शहर के प्रमुख बाजारों सहित विभिन्न मार्ग के किनारे व मोहल्ला स्थित दुकान में आये दिन तिलकुट की दर्जनों दुकान सजी हुई है। इसके अलावे कुछ दुकान पर दिन-रात कारीगर के द्वारा तिलकुट को तैयार कर पैकिंग किया जा रहा है।
रंग बिरंगी पतंग की खरीदारी में जुटे बच्चें
मकरसंक्रांति को लेकर रविवार को क्षेत्र के बाजारों में जमकर खरीदारी हुई। स्थानीय बाजार से लेकर चहारसू, कोतवाली, नवाबयुसूफ रोड़, ओलन्दगंज सहित आदि बाजारों में लोगों की भारी भीड़ रही। बाजार लाई, गुड़, तिलवा, गजक, ढुंढा, तील बर्फी तथा रंग बिरंगी पतंगों से सजा दिखा। पतंगों की खरीददारी को लेकर युवाओं में काफी उत्साह दिखा। वह मकरसंक्रांति स्नान को लेकर लोग असमंजस में हैं। ऊचें ऊचें टीलों से लदे लाई, चुड़ा की बोरिया बाजार को चारचांद लगा रही थी। वहीं दुकानों में बिक रहे लाल, हरा, नीला, पीला छोटे बड़े डिजाइनर पतंग आखों को शुकून दे रहें थें। बच्चे पतंग की खरीदारी में जुटे हैं।