- निजीकरण के विरुद्ध निर्णायक संघर्ष हेतु तैयार रहने का लिया गया संकल्प
जौनपुर धारा,जौनपुर। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के जौनपुर शाखा की मासिक बैठक मंगलवार को शाखा वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं.शिव प्रसाद पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में वक्ताओं ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन द्वारा पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रस्तावित निजीकरण पर गहरा रोष व्यक्त किया तथा विभाग एवं परिवार के भविष्य को बचाने के लिए हर स्तर के संघर्ष का संकल्प लिया। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जिन आंकड़ों के आधार पर कॉरपोरेशन पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल डिस्कॉम का निजीकरण किया जा रहा है उनकी विश्वसनीयता संदिग्ध है, बीते माह जुलाई-2024 में कॉरपोरेशन द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को प्रस्तुत आंकड़ों में राजस्व वसूली से लेकर लाइन हानियां रोकने, बेहतर विद्युत आपूर्ति तथा बिलिंग दक्षता आदि सभी पैरामीटर में उल्लेखनीय प्रगति की बात कही गई थी। तीन चार माह में ही विपरीत आंकड़े प्रस्तुत कर विभाग को ऋण जाल में फंसे होने की बात कहा जाना सच्चाई से परे मात्र आंकड़ों की बाजीगरी के सिवा कुछ नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि विद्युत कर्मियों द्वारा सीमित संसाधन एवं अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था में दिन-रात मेहनत कर क्षमता विस्तार, डाटा क्लीनिंग एवं बेहतर विद्युत आपूर्ति के अभूतपूर्व कार्य किए गए, उसके सकारात्मक परिणाम आने शुरू हुए हैं। देश भर में सर्वाधिक 30000मेगावाट (एक दिन में) की विद्युत आपूर्ति इन्हीं जूनियर इंजीनियर एवं विद्युत कर्मियों द्वारा की गई थी। इन सब के बाद भी उड़ीसा मॉडल पर निजीकरण किया जाना एक छलावा है। वक्ताओं ने मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री से अपील कि वह प्रभावी हस्तक्षेप करते हुए कॉरपोरेशन द्वारा लिए गए निजीकरण के फैसले को आम जनमानस विद्युत उपभोक्ताओं एवं विद्युत कर्मियों के हित में तत्काल निरस्त करें। सभा में मुख्य रूप से केंद्र से नामित पर्यवेक्षक ई.मुरलीधर, जनपद सचिव ई.अभिषेक केशरवानी, ई.रौशन जमीर, ई.संजीव भाष्कर, ई.विजय यादव, ई.कृपाशंकर पटेल, ई.आशीष पटेल, ई.अनीश यादव, ई.राज कुमार एवं अन्य अभियंताओ ने अपने विचार रखें।