- खेल न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मविश्वास को भी करता है मजबूत : डॉ.विनोद कुमार सिंह
जौनपुर धारा, जौनपुर। वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के एकलव्य स्टेडियम में आयोजित अंतर महाविद्यालयीय तीरंदाजी महिला-पुरुष प्रतियोगिता 2024-25का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ परीक्षा नियंत्रक डॉ.विनोद कुमार सिंह और वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने तीरंदाजी कर किया। प्रतियोगिता में कुल आठ टीमों ने भाग लिया, जहां खिलाड़ियों ने अपनी कौशलता का प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि डॉ.विनोद कुमार सिंह ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा तीरंदाजी एक ऐसा खेल है। जो अनुशासन में ध्यान और मानसिक सटीकता की मांग करता है। खिलाड़ी अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहकर उसे भेदने की कला में निपुण होते हैं। खेल न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मविश्वास को भी मजबूत करता है। यही विशेषताएं जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी सफलता दिलाने में सहायक बनती हैं। ‘उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें आगे और मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। रिकर्व राउंड (महिला वर्ग) अभिशा चौरसिया प्रथम स्थान, भावना सिंह द्वितीय, एवं खुशी श्रीवास्तव तृतीय स्थान पर रहीं। रिकर्व राउंड पुरुष वर्ग राकेश कुमार ने प्रथम, राबिन कसौधन दूसरे स्थान पर और विश्वजीत सिंह तीसरे स्थान पर रहे। कंपाउंड राउंड महिला वर्ग निशा मौर्या ने प्रथम कंपाउंड राउंड पुरुष वर्ग आशुतोष यादव ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि ज्योति प्रकाश दूसरे और सर्वानंद तिवारी तीसरे स्थान पर रहे। इंडियन राउंड महिला वर्ग से प्रियंका यादव प्रथम, नंदिनी यादव द्वितीय और अल्का यादव तृतीय स्थान पर रहीं। इंडियन राउंड पुरुष वर्ग से विजय यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, अनमोल यादव दूसरे और रोशन कुमार तीसरे स्थान पर रहे। टीम अंकों के आधार पर राजकिशोर महाविद्यालय, गाजीपुर ने विजेता का खिताब जीता, जबकि वशिष्ठ महाविद्यालय, गाजीपुर उपविजेता रहा। लुटावन पीजी कॉलेज, गाजीपुर ने तीसरा स्थान हासिल किया। समापन समारोह में दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संकाय के निदेशक प्रो.देवराज ने विजेताओं को पुरस्कार और ट्रॉफी प्रदान की। इस अवसर पर प्रो.ओम प्रकाश सिंह, सचिव, खेलकूद परिषद, डॉ.श्याम कन्हैया, आयोजन सचिव, नंद किशोर सिंह, अध्यक्ष कर्मचारी संघ, रमेश यादव, महामंत्री कर्मचारी संघ,प्रशासनिक अधिकारी डॉ.पीके सिंह कौशिक, खेल सहायक रजनीश सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। निर्णायक की भूमिका में विकास, रामचंद्र, रोहित सिंह, आदिल खान, डॉ.राहुल पटेल रहे, जबकि अजीत गुप्ता पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित थे।