जौनपुर धारा, जौनपुर। सर्दी की आहट के साथ एक बार फिर घर की चाय में अदरक की खुशबू लौट आई है। ठण्ड वाले चाय की मादक खुशबू हर घर में स्वाद के साथ ही घरों को सुगंधित कर रहीं है। चाय में अदरक मिलाने वाले इस रिवाज के साथ ही इन दिनों अजवाईन सहित अन्य सामग्री मिलाकर बनाये जा रहे अनोखे संगम ने चाय का जायका ही बदल दिया है। वैसे तो हर मौसम में यह चाय से तसल्ली मिलती है, लेकिन जाड़े में इसके साथ मिश्रण में आये अन्य सामग्री के मज़े कुछ अलग ही हैं। इसके कप से उठने वाली चाय, दूध, चीनी या गुड़ और अदरक की मिली-जुली गंध देह को गर्म और दिलोदिमाग को तरोताज़ा कर देती है। अपनों के साथ बैठते समय चाय माहौल में उत्साह का संचार करती है। काम के बोझ के समय भी यह ऊर्जा और स्फूर्ति देने का कार्य करती है। अदरक वाली चाय में अगर चीनी की जगह गुड़ की गंवई मिठास घुली हो तो उसे पी लेने के बाद मुंह से जो शब्द निकलता वह एक अलग ही सुख की अनुभूति कराता है। स्वास्थ के प्रति सचेत लोगों के लिए अदरक वाली चाय दर्द निवारक, एंटी बैक्टीरियल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी एजिंग होने के अलावा कई विटामिन्स तथा मिनरल्स का खजाना है।