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अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों से करायें आवेदन : जिलाधिकारी

जौनपुर। जिलाधिकारी डॉ.दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित प्रेक्षागृह में प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी...
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Fraud in America on Gautam Adani : गौतम अडानी पर अमेरिका में धोखाधड़ी और रिश्वत का आरोप

नई दिल्ली। गौतम अडानी पर अमेरिका में धोखाधड़ी का अभियोग लगाया गया है। उन पर अमेरिका में अपनी एक कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिलाने के लिए 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने और इस मामले को छिपाने का आरोप लगाया गया है।भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक, 62 साल के गौतम अडानी के लिए एक बड़ा झटका है।

गुरुवार की दोपहर अडानी ग्रुप ने एक बयान जारी कर इन आरोपों का खंडन किया और इन्हें बेबुनियाद बताया। अडानी का व्यापारिक साम्राज्य बंदरगाहों और हवाई अड्डों से लेकर ऊर्जा सेक्टर तक फैला हुआ है। अमेरिकी अभियोजकों ने आरोप लगाया कि अडानी और उनकी कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी अक्षय ऊर्जा (रिन्यूल एनर्जी) कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिलाने के लिए भारतीय अधिकारियों को भुगतान करने पर सहमति जताई थी। इस कॉन्ट्रैक्ट से कंपनी को आने वाले 20 सालों में दो अरब डॉलर से अधिक का मुनाफ़ा होने की उम्मीद थी। अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए अडानी ग्रुप ने गुरुवार को जारी बयान में कहा, ‘अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट और एक्सचेंज कमीशन द्वारा अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ़ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और हम उनका खंडन करते हैं। कंपनी ने कहा है कि वे हर तरह के कानूनी विकल्प तलाशेंगे। कंपनी ने बयान में कहा, ‘हम अपने सहयोगियों और कर्मचारियों को भरोसा देना चाहते हैं कि हम कानून को मानने वाली कंपनी हैं जो सभी कानूनों का पालन करती है। अदानी समूह साल 2023 से ही अमेरिका में शक के घेरे में है। उस साल हिंडनबर्ग नाम की कंपनी ने अदानी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। कंपनी के दावे को गौतम अदानी ने सिरे से ख़ारिज कर दिया था लेकिन उस ख़बर के सामने आने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर धड़ाम से गिरे थे। रिश्वत वाली इस जांच के बारे में भी कई महीनों से ख़बर आ रही थी। अभियोजकों ने कहा है कि इस मामले की जांच साल 2022 में ही शुरू कर दी गई थी। आरोप है कि इनके प्रबंधकों ने क़र्ज़ और बॉन्ड्स के रूप में तीन अरब डॉलर जुटाए इसमें कुछ धन अमेरिकी फर्म्स से भी जुटाया गया था। आरोप है कि ये पैसे रिश्वत विरोधी नीतियों के खिलाफ और भ्रामक बयानों के ज़रिए जुटाए गए। ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ न्यूयॉर्क के अटॉर्नी ब्रियोन पीस ने आरोपों में कहा, अभियुक्तों ने अरबों डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारत के सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की एक गोपनीय योजना बनाई थी और रिश्वतखोरी योजना के बारे में झूठ बोला क्योंकि वे अमेरिकी और वैश्विक निवेशकों से पूंजी जुटाने की कोशिश कर रहे थे। ब्रियोन पीस ने कहा, मेरा कार्यालय अंतरराष्ट्रीय बाज़ार से भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा निवेशकों को उन लोगों से बचाना है, जो हमारे वित्तीय बाजारों की विश्वसनीयता की क़ीमत पर ख़ुद को अमीर बनाना चाहते हैं।

  • संबित पात्रा ने कांग्रेस सरकार पर उठाए सवाल

भारतीय जनता पार्टी ने गौतम अडानी को लेकर राहुल गांधी की ओर से लगाए गए आरोपों पर अपना जवाब दिया है। बीजेपी की तरफ से सांसद संबित पात्रा ने पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस पर ही कई सवाल उठाए। संबित पात्रा ने पूछा कि आंध्र प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और वहां सबसे ज्यादा लेनदेन अडानी ग्रुप से इन्होंने ही किया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ का जिक्र कर भी कांग्रेस पर सवाल उठाए।

संबित पात्रा ने कहा कि अमेरिकी जांच के दौरान जिन चार राज्यों का नाम आया है, उन चार राज्यों में उस समय में कांग्रेस या उनके सहयोगियों की सरकार थी। बात तमिलनाडु की हो या आंध्र प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की हो हर जगह कांग्रेस की सरकार थी।

संबित पात्रा ने कहाकि भूपेश बघेल जब छत्तीसगढ़ के सीएम थे, तब अडानी ने करोड़ों रुपये का निवेश किया था। अशोक गहलोत सरकार के दौरान भी अडानी ने निवेश किया था। अगर वह भ्रष्ट हैं तो इतना निवेश क्यों किया। कर्नाटक सरकार ने अडानी को अपने राज्य में निवेश क्यों करने दिया। उन्होंने राहुल गांधी को लेकर कहा कि अगर उन्हें लगता है कि कहीं कुछ गलत हुआ है तो वह कोर्ट क्यों नहीं जाते। उन्होंने राहुल के उस बयान पर भी आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी अकेले मीडिया का काम जूडिशरी का काम कर रही है। संबित पात्रा ने कहा, मां और बेटे जमानत पर बाहर हैं और ये कहते हैं कि जूडिशरी का काम भी यही कर रहे हैं। राहुल गांधी भारत के शेयर मार्वेâट को गिराना चाहते हैं। निवेशकों को जो करोड़ों का नुकसान हुआ है वह राहुल गांधी की वजह से हुआ है।

  • हर बार गौतम अडानी की ढाल बन जाते हैं पीएम : राहुल

नई दिल्ली। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर कारोबारी गौतम अडानी पर हमला बोला है। अमेरिका में रिश्वत कांड को लेकर विवादों में घिरे गौतम को लेकर राहुल ने कहा कि अमेरिका की एजेंसी ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ा है, लेकिन भारत में उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर अडानी से सांठगांठ का आरोप भी लगाया है।

राहुल गांधी ने कहा कि हम चुप नहीं बैठेंगे। इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगे। हम ये भी जानते हैं कि बीजेपी सरकार अडानी को बचाएगी। अमेरिकी जांच एजेंसी ने कहा है कि अडानी ने 2 हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया है, इसके बाद भी उनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। अडानी अभी जेल के बाहर क्यों हैं। अडानी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन पर लगे आरोपों की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जोपीसी) करायी जाय। राहुल गांधी ने अपने प्रेस वार्ता में अडानी के साथ-साथ माधवी बुच का भी नाम लिया। उन्होंने माधवी बुच पर कई तरह के आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि माधवी बुच को पद से हटाना चाहिए। वह अडानी को बचा रही हैं। उन्होंने उनके मामले की जांच सही से नहीं की। माधवी बुच की भी जांच होनी चाहिए। अडानी की कंपनी से उनके हित जुड़े हैं। राहुल गांधी ने कहा कि जब तक पीएम नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी एक हैं तो सेफ हैं। उन्होंने आगे कहा, हम जानते हैं कि सरकार अडानी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी, क्योंकि अडानी अंदर जाएंगे तो पीएम मोदी भी जाएंगे। बीजेपी की फंडिंग अडानी से जुड़ी है। प्रेस कॉन्प्रâेंस में जब राहुल गांधी से पूछा गया कि कांग्रेस शासित राज्यों में जहां अडानी के प्रोजेक्ट हैं वहां क्या करेंगे, क्या उन सभी की जांच कर प्रोजेक्ट कैंसल होगा, इस पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर इन राज्यों में प्रोजेक्ट गलत तरीके से चल रहा है तो उनकी जांच होनी चाहिए और उन्हें कैंसल होना चाहिए। जो दोषी हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

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