कोरोना काल में तमाम लोग कोविड-19 की चपेट में आए थे. इनमें से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी. अधिकांश लोग इससे रिकवर हो गये. रिकवर हो चुके लोगों को स्वास्थ्य संबंधी तमाम समस्याओं से अब तक जूझना पड़ रहा है. ऐसे में एक्सपर्ट लोगों को कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं.
लगभग दो वर्ष तक पूरा भारत कोविड संक्रमण की चपेट में रहा था. इस दौरान लाखों लोग इससे संक्रमित हुए थे. उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी आंकड़ों की बात करें तो पीलीभीत में कोरोना की पहली लहर से लेकर अभी तक कुल 14,010 लोग संक्रमण की चपेट में आए. इनमें से 210 लोगों की कोविड-19 संक्रमण से मौत हो गई थी. वहीं, अधिकांश लोग इससे रिकवर होकर ठीक हो गये थे. पीलीभीत जिला अस्पताल की ओपीडी के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. यहां सांस व हृदय रोग संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों में अधिकांश संख्या ऐसे लोगों की है जो कोविड संक्रमित हुए थे. तब से अब तक इन लोगों का नियमित रूप से इलाज चल रहा है, लेकिन फिर भी यह कई समस्याओं से जूझ रहे हैं. पीलीभीत जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर रमाकांत सागर ने बताया कि जिला अस्पताल में तमाम ऐसे लोगों का इलाज चल रहा है जो कभी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए थे. उन्हें अभी तक फेफड़ों की समस्या से जूझना पड़ रहा है. ऐसे लोगों को दवाई के साथ अपनी दिनचर्या में एक्सरसाइज (व्यायाम) भी शामिल करनी चाहिए. इन समस्याओं से जूझ रहे लोगों को धूम्रपान, शराब का सेवन, रोड साइड स्ट्रीट फूड खाने आदि से बचना चाहिए.