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नाले में बह रही महिला को बचाने गए व्यक्ति की मौत

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31वें दिन भी जारी रहा जनजागरण यात्रा

जौनपुर। जयगुरुदेव शाकाहार-सदाचार आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा के इक्तीसवें पड़ाव बुढ़िया माई मन्दिर की बाग बरौत में आज सत्संग समारोह में प्रवचन करते हुये संस्थाध्यक्ष सन्त पंकज महाराज ने ‘यह तन तुमने दुर्लभ पाया। कोटि जन्म भटका जब खाया। ‘पंक्तियों को उद्धृत करते हुये कहा करोड़ो जन्मों में भटका खाने के बाद आप को यह मानव तन मिल गया। अब इसको बर्बाद न करें। चेत करके भगवान की भक्ति करें। भक्ति करो तो गुरु की करना। गुरु से नाम यानि शब्द का मार्ग लेना। क्योंकि सारी जीवात्मायें प्रभु के देष से आने वाली आकाशवाणी अनहदवाणी पर उतार कर लाई गई हैं। अब इसका सम्बन्ध शब्द से टूट गया इसे यह बोध नहीं रहा कि हम कहां की रहने वाली हैं और हमारा कल्याण कैसे होगा। उन्होंने आत्मा परमात्मा के गूढ़ रहस्यों पर प्रकाश डालते हुये बताया कि दोनों आंखों के मध्य भाग में विराजमान आत्मा में दिव्य आंख व दिव्य कान है। जब आप बताई हुई साधना करेंगे तो इसमें एक बिन्दु है। जब यह खुलेगा तो इसमें बड़े लोक समा जायेंगे। यही बिन्दु हरि का द्वार हरिद्वार है, उपर आन्तरिक रचना का बहुत बड़ा विस्तार है। जिसका संकेत गोस्वामी महाराज ने अपने रामचरित मानस में करते हुये लिखा ‘मूदेऊँ नयन त्रसित मैं भयउँ। पुनि चितवत कोषलपुर गयऊँ।। मोहिं बिलोकि राम मुस्काहीं। विहंसत तुरत भयऊ मुखमाहीं।। यह आध्यात्मिक, रूहानी खजाना आप के अन्दर भरा हुआ है। इस राम के लोक को मण्डलों की राजधानी कहते हैं जिससे अनन्तों लोक जुड़े हैं। इसके आगे ब्रह्मा, पारब्रह्म और सतलोक हैं। जिनका वर्णन करना बहुत संभव नहीं। लेकिन सन्तों महापुरुषों ने चढ़ाई करके उन दृश्यों को देखा तो वर्णन किया। इस आध्यात्मिक साधना को करने के लिये शाकाहारी सदाचारी व नषामुक्त होना बहुत जरूरी है। शुद्ध खान-पान के साथ नैतिक चरित्र की आवष्यकता है। आप सभी से हार्दिक प्रार्थना है समय रहते लोगों को शाकाहारी-सदाचारी व नशा मुक्त करने में सहयोग प्रदान करें। स्मरण रखें कुदरत बहुत बड़ी सजा देने की तैयारी में है। इस अवसर पर ऋशिदेव श्रीवास्तव, बालेन्द्र मिश्रा, बाबूराम यादव, शिव प्रसाद यादव, रुद्रपाल यादव, रामलखन यादव प्रधान, साहब लाल जायसवाल प्रधान, सोनू निशाद, बेचू यादव, लालता यादव, सहयोगी संगत प्रतापगढ़ के अध्यक्ष सूर्यबली सिंह, रामपाल सोनी, अविनाष मिश्रा आदि सहित संस्था के कई पदाधिकारी एवं प्रबन्ध समिति के सदस्य मौजूद रहे।

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