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Homeअपना जौनपुर27 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मिला युवक-युवती का शव

27 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मिला युवक-युवती का शव

जौनपुर। सोमवार की शाम मछलीशहर पड़ाव पर नाले में बहे युवक-युवती का शव मंगलवार को रात करीब 8:30 बजे वी-मार्ट के पीछे पठान टोलिया के पास मिला। दोनों के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उधर, सुबह करीब 11बजे तक एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंचने पर परिजनों ने प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारे भी लगाए।

घटना में लाइन बाजार थाना क्षेत्र के मियांपुर निवासी प्राची मिश्रा (21) पुत्री योगेश मिश्रा टीडी कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा सोमवार की शाम मछलीशहर पड़ाव पर ब्यूटीशियन का कोर्स सीखने गई थी। वहां से घर लौटने के लिए उसने एक ई-रिक्शा चालक को हाथ दिया। ई-रिक्शा जहां खड़ा था उसके बगल में नाला था। पानी के तेज बहाव के कारण उसको अंदाजा नहीं लग पाया और उसका पैर नाले में चला गया। इससे वह उसमें गिर गई। उसको बचाने के लिए पास में खड़े प्रयागराज के फूलपुर निवासी समीर (18)पुत्र शौकत अली नाले में कूद पड़ा। इस बीच वह भी उसमें गिर गया। इस दौरान आनन-फानन में ई-रिक्शा चालक बक्शा के कुल्हनामऊ निवासी शिवा गौतम (26) पुत्र जमुना गौतम ने बिजली के खंभे को पकड़ कर बचाने के लिए हाथ दिया। इस बीच उसकी करंट से मौके पर मौत हो गई। पहले तो वहां मौजूद सफाई कर्मी सलमान ने सोमवार को बताया कि एक युवती ही नाले में बारिश के पानी के तेज बहाव में बही है, जिसको बचाने में ई-रिक्शा चालक की करंट से मौत हो गई। दूसरे दिन घटना के प्रत्यक्षदर्शी सलमान ने बताया कि पहले दिन वह डर गया था, इस वजह से नहीं बता सका था। हादसे में उसके बुआ का लड़का समीर भी बह गया था। हांलाकि मंगलवार की देर शाम टीम के अथक प्रयास के बाद दोनों शवों को नाले से बरामद कर लिया गया। लेकिन इसके पीछे घटना के खबर लिखे जाने तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं की जा सकी। जबकि उधर ई-रिक्शा चालक की मौत कंरट से होने की पुष्टि की गई है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई बिजली करंट से शिवा के मौत की पुष्टि

जौनपुर। तेज बारिश और बहाव के दौरान नाले में बहने और नाले के किनारे गिरकर तीन लोगों की मौत के मामले में अभी जांच रिपोर्ट भले नहीं आई है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के दावों की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हो गई। घटनास्थल पर मिले रिक्शा चालक शिवा के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बिजली के करंट से मौत की पुष्टि हुई है। समीर और प्राची मिश्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट खबर लिखे जाने तक नहीं आ सकी थी।

प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया था कि 22 वर्षीय युवती सड़क के किनारे खड़ी थी। पास में ही बिजली का खंभा था। अचानक युवती गिरी और नाले में चली गई। उसे बचाने के लिए थोड़ी दूरी पर खड़ा युवक समीर दौड़ा व मदद के लिए हाथ बढ़ाया तो वह भी नाले में चला गया। यह देख रहे एक ई-रिक्शा चालक ने दौड़कर बचाना चाहा, लेकिन वह भी गिरा और तड़पकर उसकी मौत हो गई। हालांकि इस घटना में बिजली विभाग के अफसर बिजली के करंट की बात को स्वीकार नहीं रहे थे। रिक्शा चालक की पहचान शिवा के रूप में हुई। उसका पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि मौत करंट लगने से हुई है। मछलीशहर पड़ाव पर हुई घटना में मृत ई-रिक्शा चालक के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है। उसमें पता चला है कि बिजली के करंट से ही मौत हुई है। अन्य दोनों समीर और प्राची का भी शव बरामद कर लिया गया है। पोस्टमार्टम की कार्यवाही हो रही है।

24 घण्टे बाद भी जाँच समिति नहीं तय कर सकी जिम्मेदारी

इस पूरे मामले की जांच के लिए सीआरओ के नेतृत्व में टीम बनायी गई है। टीम में एसपी सिटी और बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता शामिल हैं। जांच कमेटी को 24घंटे में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया था। मंगलवार की रात आठ बजे तक टीम की रिपोर्ट नहीं आई। इस मामले में डीएम डॉ.दिनेश चंद्र ने कहा कि तीनों शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही जांच कमेटी रिपोर्ट दे देगी। उसी के अनुसार कार्रवाई होगी। ठीक से जांच हुई तो नपेंगे कई अफसर जिलाधिकारी ने सीआरओ के नेतृत्व में जो जांच टीम गठित किया है। जांच टीम अभी रिपोर्ट नहीं दी है, एक-एक बिंदु पर जांच हो रही है। सूत्रों की मानें तो जांच में बिजली विभाग के साथ ही नगर पालिका के भी अफसर या कर्मी नप सकते हैं। इसमें सबसे बड़ी लापरवाही बिजली विभाग की सामने आ रही है, क्योंकि यदि करंट न उतरा होता तो शायद इतनी बड़ी घटना न होती। साथ ही नगर पालिका यदि ऐसे गड्ढों या नालों के पास जाली लगवाया होता अथवा खतरनाक स्थिति वाले गड्ढों के पास चेतावनी बोर्ड लगवाया होता तो शायद घटना न होती।

शिफ्टींग के अभाव में हुई पोल से उतरा करंट ?

जाँच टीम तो जिम्मेदारी तय नहीं कर पायी। लेकिन प्रत्यक्षदर्शी की माने तो कई बार उक्त खम्भे से कंरट आने की सूचना बिजली विभाग को दी गई थी, लेकिन उक्त गम्भीर समस्या पर किसी ने ध्यान नहीं दिया, और यह हादसा देखने को मिला। इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। वहीं जानकारों की मानें तो उक्त स्थान पर बिजली विभाग एक पोल लगाकर उसमें शिफ्टींग करना भूल गया और वह खम्भा 11000 हाई वोल्टेज तार को स्पर्श करता है तो करंट उतरने की स्थिति बन जाती है। खास कर बरसात में यह भयानक रूप ले लेती है। जिसके कारण पोल से करंट उतरा और मौके पर ही तड़प कर ऑटो चालक की मौत हो गई। हांलाकि ये कोई एक मामला नहीं हैं जब विभाग के अनियमितता का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

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