बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक जमाने में अपनी खूबसूरती और एक्टिंग से लोगों के दिलों पर राज करने वाली एक्ट्रेस प्रिया राजवंश की साल 2000में हत्या हो गई थी। प्रिया राजवंश ने अपने करियर में तमाम बड़ी फिल्मों में काम किया और इस दौरान उन्हें अपने से 15 साल बड़े शादीशुदा डायरेक्टर चेतन आनंद से प्यार हो गया। इसके बाद दोनों लिव इन में रहे लेकिन शादी नहीं हो पाई। फिर प्रिया राजवंश की हत्या हो जाती है और इसका आरोप चेतन आनंद के बेटों पर लगता है।
प्रिया राजवंश (वीरा सुंदर सिंह) का जन्म 1936 में हुआ था और उनकी शुरुआती होम टाउन शिमला रही। इसके बाद पिता का ट्रांसफर होने के चलते वह लंदन चली गईं और वहां पर रॉयल एकेडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट्स में एडमिशन लिया। प्रिया राजवंश ने एक्टिंग सीखी और उन्हें इस दौरान मॉडलिंग के ऑफर मिलने लगे। एक दिन लंदन के फोटोग्राफर ने उनकी तस्वीरें चुपके से क्लिक कीं और जब वो भारत आया तो फिल्ममेकर ठाकुर रणवीर सिंह के ये तस्वीरें दिखाईं। जब देव आनंद के बड़े भाई और डायरेक्टर चेतन आनंद ने प्रिया राजवंश की तस्वीरें देखीं तो साल 1963 में अई अपनी फिल्म ‘हकीकत’ में उन्हें कास्ट का मन बना लिया। चेतन आनंद ने उन्हें जब फिल्म में काम करने का ऑफर दिया तो प्रिया राजवंश ने इसे स्वीकार कर लिया। प्रिया राजवंश की फिल्म ‘हकीकत’ हिट रही और तमाम मेकर्स अब उनके साथ फिल्म बनाने के लिए उत्सुक हो उठे।
चेतन आनंद ने प्रिया राजवंश के लिए बनाई थी वसीयत
प्रिया राजवंश ने शादीशुदा चेतन आनंद के साथ शादी नहीं की लेकिन उनके साथ लिव-इन में रहने लगी। दोनों चेतन आनंद के जुहू के रुइया पार्क बंगले में साथ रहते थे। चेतन आनंद के बेटों को ये बात बिल्कुल पसंद नहीं थी। मामला तब ज्यादा तूल पकड़ गया जब चेतन आनंद ने एक वसीयत बनवाई और अपने बेटों के बराबर जायदाद प्रिया राजवंश के नाम कर दी। इसके साथ ही जिस बंगले में रहते थे वो भी उनके नाम कर दिया। साल 1997में चेतन आनंद का निधन हो गया और प्रिया राजवंश अकेले रह गईं। तीन साल बाद 2000 में प्रिया राजवंश की लाश बंगले में मिली। उनकी हत्या का आरोप चेतन आनंद के बेटों और बंगले के 2 नौकरों पर लगा। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और सजा भी हुई। फिर 2002 में इन्हें जमानत मिली गई और 2011 में कोर्ट को सबूत ना मिलने पर चारों को मामले से बरी कर दिया गया।