भारत में 2023 की पहली तिमाही में 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट में 14 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट की हिस्सेदारी बढ़कर 41 फीसदी हो गई. शुक्रवार को एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. साइबर मीडिया रिसर्च (सीएमआर) के मुताबिक, 34 नए 5जी लॉन्च के साथ भारत के 5जी स्मार्टफोन की गति 2023 की पहली तिमाही तक जारी रही, जिसमें सैमसंग 23 फीसदी शेयर के साथ देश के बाजार में अग्रणी रहा, इसके बाद एप्पल 17 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ रहा. इसके अलावा, 2023 की पहली तिमाही के दौरान, भारत के स्मार्टफोन बाजार शिपमेंट में 21 फीसदी (वर्ष-दर-वर्ष) की गिरावट आई, जबकि देश में समग्र मोबाइल बाजार में 20 फीसदी (वर्ष-दर-वर्ष)की गिरावट आई. साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) में उद्योग खुफिया समूह की विश्लेषक, शिप्रा सिन्हा ने कहा, “2023 की पहली तिमाही के दौरान स्मार्टफोन शिपमेंट में गिरावट 2019 के बाद से पहली तिमाही में पहली गिरावट का प्रतीक है और इसे विस्तारित इन्वेंट्री, कमजोर मांग और मुद्रास्फीति के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.” हालांकि, सुपर-प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट (50,000 रुपये-1,00,000 रुपये) और उबर प्रीमियम सेगमेंट (1,00,000 रुपये) शिपमेंट में क्रमश: 96 फीसदी और 208 फीसदी (वर्ष-दर-वर्ष) की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई.
- सैमसंग (20 फीसदी), वीवो (17 फीसदी) और शाओमी (16 फीसदी) ने 2023 की पहली तिमाही में स्मार्टफोन लीडरबोर्ड में शीर्ष तीन स्थानों पर कब्जा किया.
- इसके बाद ओप्पो (10 फीसदी) और रियलमी (9 फीसदी) का स्थान रहा.
- 2023 की पहली तिमाही में लगभग 2 अरब डॉलर मूल्य के 5जी स्मार्टफोन भेजे गए.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि संचयी 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट 2023 की दूसरी तिमाही में 100 मिलियन का आंकड़ा पार करने के लिए तैयार है. 5जी स्मार्टफोन सेगमेंट के अलावा, सैमसंग ने 2023 की पहली तिमाही में 20 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ स्मार्टफोन बाजार में भी शीर्ष स्थान हासिल किया. वीवो ने 17 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि शाओमी स्मार्टफोन लीडरबोर्ड में 16 फीसदी हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गया. इसके अलावा, ओप्पो ने 10 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ चौथा स्थान हासिल किया, जबकि रियलमी ने 9 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ पांचवां स्थान हासिल किया. हालांकि, एप्पल ने 2023 की पहली तिमाही में स्मार्टफोन बाजार में 7 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ अपनी स्थिर वृद्धि को बनाए रखा, इसके शिपमेंट में 67 फीसदी की महत्वपूर्ण (वर्ष-दर-वर्ष) वृद्धि दर्ज की.