- तीन महिलाओं सहित आधा दर्जन से अधिक को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
- पुलिस ने शव नहीं ले जाने दिया घर, रामघाट पर छह घंटे बाद डोम से करा दी अंत्येष्टि
जौनपुर धारा, बदलापुर। सराय त्रिलोकी मोड़ स्थित भलुआहीं गांव में गुरुवार को आपसी रंजिश में हुई हर्षित सिंह उर्फ साहिल की हत्या के मामले में पुलिस ने मां की तहरीर पर 11लोगों पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। इतना ही नहीं पुलिस तीन महिलाओं सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूंछतांछ कर रही है। उधर, पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को शव घर नहीं ले जाने दिया। चीरघर से सीधे अंत्येष्टि के लिए पुलिस शव लेकर शहर के पचहटिया स्थित रामघाट चली गई। मां योगिता सिंह व विवाहिता बहन जूही सिंह बार-बार शव से लिपट जाती रहीं। समझाने में नाकाम हो जाने पर करीब सवा चार बजे छह घंटे बाद जबरन डोमराजा से शव की अंत्येष्टि करा दी। कोतवाली क्षेत्र के ऊदपुर घाटमपुर निवासी अवनीश सिंह के 26वर्षीय पुत्र हर्षित ऊर्फ साहिल सिंह को अगवा कर उसे सराय त्रिलोकी मोड़ के पास अधमरा कर फेंक दिया गया था, बाद में उसकी मौत हो गयी। मां योगिता सिंह की तहरीर पर पुलिस ने 11लोगों पर विभिन्न धाराओं पर केस दर्ज कर हमलावरों की गिरफ्तारी हेतु जगह-जगह दबिश दे रही है। हालांकि पुलिस घटना के तत्काल बाद तीन महिलाओं सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ कर रही है। शुक्रवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद पुलिस प्रशासन हर्षित सिंह का शव चीरघर से सीधे रामघाट लेकर चली गई। मां योगिता सिंह व विवाहिता बहन ज्योति सिंह शव घर ले जाने की जिद कर रही थीं। लाइन बाजार थाना प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार सिंह ने समझाने का भरसक प्रयास किया। नाकाम होने पर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। एएसपी(ग्रामीण) शैलेंद्र कुमार सिंह, सीओ परमानंद कुशवाहा(सदर) व प्रतिमा वर्मा भी पहुंच गईं। जब-जब पुलिस शव चिता पर रखने के लिए उठाने का प्रयास करती, मां-बहन लिपटकर रोने लगती थीं। समझाने के सभी प्रयास नाकाम होने पर छह घंटे बाद शाम करीब सवा चार बजे पुलिस ने जबरन शव चिता पर रखकर डोमराज से मुखाग्नि दिला दी। इसके बाद मां-बहन व रिश्तेदारों को निगरानी में घर पहुंचा दिया।