
खूबसूरती रंग-रूप का नाम नहीं है, बल्कि एक स्टार की पहचान उसके टैलेंट से होती है। लेकिन शायद पाकिस्तानी सिनेमा के लोग ये भूल चुके हैं। बॉलीवुड इंडस्ट्री में आज भी स्टार्स को उनका काला या गोरा रंग देखकर काम दिया जाता है। ये बात हम नहीं कह रहे, बाfल्क पाकिस्तान की एक जानी-मानी एक्ट्रेस सबूर अली ने खुद अपने देश की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के काले सच से पर्दा उठाया है। पाकिस्तानी सिनेमा की मशहूर एक्ट्रेस सबूर अली ने एक टॉक शो में पाकिस्तानी सिनेमा का काला चिट्ठा लोगों के सामने खोलकर रख दिया। एक्ट्रेस ने बताया कि सांवली रंगत वाले स्टार्स को स्क्रीन पर काम करने का ज्यादा चांस नहीं मिलता है। सबूर ने इस बारे में बात करते हुए कहा मुझे लगता है कि ये सच है, लेकिन समय के साथ चीजें बदल रही हैं. अब लोग इस चीज के खिलाफ स्टैंड लेने लगे हैं, लेकिन ऐसा होता है ये सच है। एक्ट्रेस ने आगे कहा हमें भी मेकअप से गोरा होने को कहा जाता है। हमें कहा जाता है कि मेकअप का बेस गोरा होना चाहिए, मेकअप गोरा लगना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि अगर प्रीव्यू में हमारी रंगत थोड़ी डार्क दिखती है तो दोबारा से गोरा दिखाकर शॉट लिया जाता है। पाकिस्तानी सिनेमा के बारे में सबूर अली के इस खुलासे ने हर किसी को हैरान कर दिया है। साथ ही वहां के लोगों की सोच पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, कुछ समय पहले सबूर और उनके पति के ब्यूटी ट्रीटमेंट लेते हुए कुछ तस्वीरें वायरल हुई थीं, जिसपर उन्हें ट्रोल भी किया गया था। चैट शो में सबूर से जब ब्यूटी ट्रीटमेंट लेने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा हमने सिर्फ विटामिन्स के इंजेक्शन्स लिए थे। हम बहुत काम करते हैं। हमें टैनिंग हो जाती है और हम डीहाईड्रेटेड फील करते हैं, इसलिए हमने विटामिन्स के इंजेक्शन लिए थे। एक्ट्रेस ने आगे कहा क्या मैं उसे लेने के बाद व्हाइट हो गई थी? अगर ऐसा होता तो फिर मैं हर ड्रामा में व्हाइट ही दिखती, लेकिन ऐसा नहीं है। सबूर अली पाकिस्तानी सिनेमा की टॉप एक्ट्रेसेस में शुमार हैं। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत साल 2011 में की थी। लेकिन एक्ट्रेस के तौर पर उन्हें पहचान साल 2015 में आए ड्रामा मिस्टर शमीम से मिली। सबूर ने साल 2016 में रोमांटिक-कॉमेडी फिल्म ‘एक्टर इन लॉ’ से फिल्मों में कदम रखा था। इसके बाद से सबूर कई सीरियल्स में नजर आ चुकी हैं।