जनपद के एक कॉलेज में सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं को दी जा रही स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण योजना में कॉलेज द्वारा हेराफेरी करने का मामला सामने आया है. योजना के अंतर्गत स्नातक कर रहे छात्र छात्राओं को शासन द्वारा स्मार्टफोन दिए जाते है. कॉलेज प्रबंधन पर आरोप है कि छात्रों से धोखे से शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करा लिए गए. साथ ही उनके हाथ में फोन का डिब्बा देकर फोटो खींच लिया गया. जब छात्र छात्राओं ने अपने फोन दिए जाने की मांग की, तो कॉलेज में मौजूद कर्मचारियों ने उन्हें बाद में फोन देने की बात कह कर टाल दिया. इस संबंध में कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर प्रकरण से अवगत कराया है. एडीएम ने संबंधित कॉलेज के कर्मचारी को मामले का स्पष्टीकरण दिए जाने के निर्देश दिए है.
जनपद सहारनपुर के श्री रामरूप इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन की छात्रा गुलिस्ता परवीन ने बताया कि 3 दिन पहले उनके पास मैसेज आया कि आपको कॉलेज में स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत स्मार्टफोन दिए जाएंगे. कॉलेज प्रबंधन द्वारा छात्र-छात्राओं को विद्यालय की ड्रेस में आने की बात कही गई. गुलिस्ता प्रवीण ने बताया कि कॉलेज में मौजूद एक कर्मचारी ने छात्र-छात्राओं से एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराए तथा प्रत्येक बच्चे के हाथ मे फोन का डिब्बा देकर फोटो खींच लिया गया. बाद में उक्त कर्मचारी द्वारा बच्चों को घर जाने के लिए कह दिया गया. छात्रा ने बताया कि जब उन्होंने अपने स्मार्टफोन को दिए जाने की बात कही तो उक्त कर्मचारी ने कहा की अभी किसी को स्मार्टफोन नहीं मिलेगा. दस दिन बाद कार्यक्रम आयोजित कर सभी को स्मार्टफोन दिए जाएंगे. छात्रा का आरोप है कि विद्यालय के कर्मचारी ने बीएससी के छात्र छात्राओं से एक दिन पहले की तारीख में बने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराए, जबकि बी-कॉम के छात्र-छात्राओं से 1 दिसंबर 2022 की तारीख में बने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करा कर अपने पास रख लिया. गुलिस्ता परवीन ने उच्चाधिकारियों से स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत दी जा रही योजना में कॉलेज द्वारा की गई हेराफेरी की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है.
स्वामी रूपराम इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन के छात्र-छात्राओं ने विद्यालय के कर्मचारियों द्वारा स्मार्टफोन वितरण में की गई हेराफेरी की शिकायत जिलाधिकारी अखिलेश सिंह से प्रार्थना पत्र देकर की. विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रबंधन पर योजना के अंतर्गत सभी छात्र-छात्राओं से शपथ पत्र पर धोखे से हस्ताक्षर कराए जाने का आरोप लगाया. जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने मामले का संज्ञान लेते हुए अपर जिलाधिकारी को प्रकरण की जांच किए जाने के निर्देश दिए. अपर जिलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र ने विद्यालय के कर्मचारी को छात्र-छात्राओं द्वारा लगाए गए आरोप के मामले का स्पष्टीकरण दिए जाने के निर्देश दिए है.