- समूह की महिलाओं का प्रयास प्रशंसनीय : नोडल अधिकारीगण
जौनपुर। शताब्दी संकल्प 2047 विकसित भारत के अन्तर्गत समर्थ विकसित उत्तर प्रदेश की परिकल्पना के संदर्भ में शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी सेवानिवृत्त आईपीएस राजकुमार विश्वकर्मा, सेवानिवृत्त आईपीएस प्रमोद कुमार, सचिव मानवाधिकार आयोग धनलक्ष्मी, सेवानिवृत प्रोफेसर पूर्वांचल विश्वविद्यालय धरनीधर दुबे, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.सुरेश कन्नौजिया, सहित जिलाधिकारी डॉ.दिनेश चंद्र, पुलिस अधीक्षक डॉ.कौस्तुभ, मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाडिया, मुख्य राजस्व अधिकारी अजय अंबष्ट सहित अन्य द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग तथा समूह की महिलाओं द्वारा लगाए गए। प्रदर्शनी का फीता काट कर उद्घाटन किया गया तथा विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया गया। इसके उपरान्त कलेक्ट्रेट सभागार में नोडल अधिकारीगण द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्जवलित किया गया। अधिकारियों द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्वनिर्मित बुके देकर स्वागत किया गया एवं अतिथिगण को समूह द्वारा उत्पादित सामग्रियों की टोकरी महिलाओं द्वारा भेट किया गया। नोडल अधिकारियों द्वारा विकसित भारत ञ्च2047 के दृष्टिगत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ भविष्य की योजनाओं व विकसित भारत संकल्प के पहलुओं पर भी विचार विमर्श किया गया। नोडल अधिकारीगण द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मेरी जुबानी मेरी कहानी के बारे में जानकारी ली गयी। जिसमें विद्युत सखी सुनिता निषाद, बैंक सखी पुष्पा मौर्य, वीओ अध्यक्ष जाफरून निशा, एफ.एल.सी.आर.पी. शिवांगी पाल व अन्य महिलाओं द्वारा मेरी जुबानी मेरी कहानी के माध्यम से अपनी सफलता के बारे में बताया गया। नोडल अधिकारी राजकुमार विश्वकर्मा ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अन्य विभाग के समन्वय करते हुए समय समय पर प्रशिक्षित किया जाए, उनके उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी प्रचारित प्रसारित किया जाए। उन्होंने कहा कि आपका कार्य निश्चय ही सराहनीय है। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि आपके प्रयास को आधुनिकरण करने की आवश्यकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी देश-प्रदेश तभी समर्थ होगा, जब वहां की मातृशक्ति सशक्त होगी। उपायुक्त एनआरएलएम द्वारा पीपीटी के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की योजनाओं, प्रोसेसिंग इकाइयों, उपलब्धियों आदि के संबंध में जानकारी दी गई। जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा तिरंगे बनाए गए, इसके साथ ही समूह की महिलाओं द्वारा तेल, शहद, दीया सहित 200 से अधिक प्रकार के उत्पाद बनाए जाते हैं। नोडल अधिकारीगण ने प्रेरणा कैंटीन के खाद्य पदार्थ को भी चखा तथा प्रशंसा की तथा इसे अन्य सरकारी संस्थानों के कैंटीन से जोड़ने के सुझाव दिए। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी, डीसीएनआरएलएम, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी सहित समूह की दीदीयां उपस्थित रहीं।