Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img

रिहाइश कच्चे घर में कोबरा सर्प का डेरा, दहशत में परिवार

सरायख्वाजा के मंगदपुर गांव का मामलासर्प मित्र ने डेढ़ दर्जन कोबरा के बच्चों का किया रेस्क्यूजौनपुर। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मंगदपुर गांव में एक...
Homeअपना जौनपुरसंयुक्त राष्ट्र की 80वीं वर्षगांठ पर होगा डाक टिकट प्रतियोगिता का आयोजन...

संयुक्त राष्ट्र की 80वीं वर्षगांठ पर होगा डाक टिकट प्रतियोगिता का आयोजन : कर्नल विनोद

जौनपुर। संयुक्त राष्ट्र  अक्टूबर 2025 में अपनी 80वीं वर्षगाँठ मनाएगा। यूएन 80 के स्मृति कार्यक्रमों के तहत भारतीय डाक विभाग द्वारा विदेश मंत्रालय के सहयोग से डाक टिकट डिजाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। कर्नल विनोद कुमार, पीएमजी, वाराणसी परिक्षेत्र  ने बताया कि बहुपक्षवाद, वैश्विक नेतृत्व और प्रबंधन के माध्यम से हमारे भविष्य के निर्माण में यूएन 80 और भारत की नेतृत्वकारी भूमिका विषय पर कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थी एवं आर्ट कॉलेज के विद्यार्थी डाक टिकट डिजाइन कर सकते हैं।

यह प्रतियोगिता 1जुलाई से 15 अगस्त तक विभिन्न विद्यालयों और कॉलेज में डाक विभाग द्वारा आयोजित की जाएगी। कलाकृति ए4 आकार (200 जीएसएम) के सफेद आर्ट पेपर पर क्रेयॉन्स, पेंसिल कलर, वाटर कलर, एक्रेलिक कलर्स का उपयोग करके बनाई जाएगी। कर्नल विनोद कुमार, पीएमजी, वाराणसी परिक्षेत्र  ने बताया कि प्रतियोगिता में केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सीबीएसई व राज्य बोर्ड से संबद्ध विद्यालय, तथा सभी कला महाविद्यालय भाग ले सकते हैं। स्कूल शिक्षा विभाग, सीबीएसई, यूजीसी एवं अन्य नियामक संस्थाएं अपने अधीनस्थ संस्थानों को प्रतियोगिता आयोजित करने हेतु निर्देशित करेंगी। प्रत्येक विद्यालय द्वारा प्रतियोगिता के बाद शीर्ष 5प्रविष्टियाँ चयनित कर उन्हें स्कैन करके माईगॉव पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा। यह पोर्टल 20जुलाई से 15अगस्त 2025 तक लाइव रहेगा। चीफ पोस्टमास्टर जनरल की अध्यक्षता में परिमंडल स्तर पर गठित समिति स्कूलों से प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन कर 5श्रेष्ठ डिज़ाइनों का चयन करेगी, जिन्हें डाक निदेशालय को अंतिम मूल्यांकन हेतु भेजा जाएगा। इनमें से राष्ट्रीय स्तर की श्रेष्ठ प्रविष्टि के चयन हेतु विदेश मंत्रालय और डाक विभाग द्वारा संयुक्त रूप से नामित समिति द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। कर्नल विनोद कुमार, पीएमजी, वाराणसी परिक्षेत्र ने कहा कि डाक टिकट केवल संचार का माध्यम नहीं हैं, बल्कि ये राष्ट्र की कला, संस्कृति, इतिहास और विरासत को दर्शाने वाले जीवंत प्रतीक होते हैं। ये छोटे आकार में बड़े विचारों, ऐतिहासिक घटनाओं और सामाजिक मूल्यों को सहेजते हैं। ऐसे में यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों को रचनात्मक अभिव्यक्ति और राष्ट्रीय व वैश्विक दृष्टिकोण को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत करने का अनूठा अवसर प्रदान करेगी। यह प्रतियोगिता न केवल उनके कलात्मक विकास, बल्कि समाज और वैश्विक मुद्दों की समझ को भी बढ़ावा देगी। यह पहल विद्यार्थियों को न केवल एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय मंच प्रदान करती है, बल्कि उन्हें एक जागरूक वैश्विक नागरिक के रूप में सोचने और रचनात्मक रूप से अपनी बात कहने का अवसर भी देती है। कर्नल विनोद आज एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए जिसमें उन्होंने विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को निकट भविष्य में होने वाले टेक्नोलॉजी विकास के प्रति जागरूक किया। कर्नल विनोद ने बताया कि छोटी सी डाक टिकट अपने आप में इतिहास और भूगोल के साथ साथ प्रसिद्ध व्यक्तियों के जीवन की सूचनाओं को बच्चों विद्यार्थियों तक पहुँचाने का काम भी करती है । उन्होंने सभी स्कूल कॉलेज के शिक्षकों से अपील की कि इस अवसर का लाभ उठाकर अपने संस्थाओं में इस प्रतियोगियों को शामिल करें ताकि भविष्य में उनको पुरस्कार दिया जा सके।

Share Now...