- 54 युगल परिणय सूत्र के पवित्र बंधन में बंधे
जौनपुर धारा, जौनपुर। सत्गुरु माता सुदीक्षा महाराज के पावन सानिध्य में 75वें वार्षिक निरंकारी समागम के समापन के उपरांत संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा समाज कल्याण विभाग द्वारा सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन आध्यात्मिक स्थल समालखा में हुआ जिसमें कुल 54 युगल परिणय सूत्र के पवित्र बंधन में बंधे। निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा महाराज ने नव-विवाहित युगल को अपना पावन आशीर्वाद प्रदान किया तथा उनके सुखद जीवन के लिए मंगल कामना की। इस अवसर पर मिशन के हजारों श्रद्धालु भक्त, वर-वधु, उनके माता पिता एव परिजन उपस्थित रहे। स्थानीय मीडिया सहायक उदय नारायण जायसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साधारण रीति में पारम्परिक जयमाला के साथ निरंकारी विवाह का विशेष चिन्ह सांझा-हार भी प्रत्येक जोड़े को मिशन के प्रतिनिधियों द्वारा पहनाया गया। लावों के दौरान सत्गुरु माता ने वर-वधू को पुष्प-वर्षा कर अपना दिव्य आशीर्वाद प्रदान किया। उनके साथ साध संगत, वर-वधू के सम्बधित परिजनों ने भी पुष्प-वर्षा की। निश्चित रूप से यह एक आलौकिक दृश्य था। मिशन के तीसरे गुरू बाबा गुरबचन सिंह ने समाज कल्याण के अंतर्गत सादी शादियों पर विशेष बल दिया और उनका केवल यही उद्देश्य था कि हम सभी व्यर्थ की फिजूलखर्ची एंव दिखावे के भाव से संकोच करें। उनकी लोकल्याण की इसी भावना को अग्रसर करते हुए सत्गुरु माता सुदीक्षा महाराज सभी भक्तों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर समूचे भारतवर्ष के भिन्न-भिन्न राज्यों से विवाह हेतु कुल 54 युगल सम्मिलित हुए जिनमें मुख्यत: असम, चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड एंव पश्चिम बंगाल हैं। सामूहिक विवाह के उपरांत सभी के लिए भेजन की समुचित व्यवस्था निरंकारी मिशन द्वारा की गई।