शास्त्रों में तुलसी के बाद केले के पौधे को अत्यंत शुभ माना गया है. इसका सम्बन्ध बृहस्पति ग्रह से जोड़ा जाता है. शुभ और मांगलिक कार्यों में केले के पेड़ का विशेष महत्व बताया गया है. केले की जड़ को पीले धागे में बांधकर धारण करने से बृहस्पति मजबूत होता है. आइए जानते हैं कि केले का पेड़ घर की किस दिशा में लगाना शुभ होता है.
कहां लगाएं केले का पेड़?
केले का पौधा घर में लगाने से बृहस्पति सम्बन्धी तमाम समस्याएं दूर होती हैं. घर में संतान पक्ष हमेशा सुखी रहता है. दाम्पत्य जीवन की कठिनाइयां नहीं आती हैं. भयंकर रोगों से रक्षा होती है. वास्तु के अनुसार, घर के बगीचे में केले का पेड़ लगाने जा रहे हैं तो ध्यान रखें कि इसे कभी भी पूर्व या दक्षिण दिशा के आग्नेय कोण यानी बगीचे के मध्य स्थान में न लगाएं. इसके अलावा, वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि पश्चिम दिशा में भी केले का पेड़ लगाना सही नहीं होता.
कैसे करें केले के पेड़ की पूजा?
आर्थिक पक्ष अच्छा होता है. संतान सम्बन्धी समस्याओं का निवारण होता है. अविवाहित कन्याओं का विवाह शीघ्र हो जाता है. महिलाओं का वैवाहिक जीवन उत्तम हो जाता है. उच्च शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति में सहायता मिलती है.
किस प्रकार करें केले के पेड़ की पूजा?
बृहस्पतिवार को प्रातःकाल स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें. केले के पौधे में जल डालें, और केले के पौधे की 9 बार परिक्रमा करें. पौधे के सामने गुड़ और चने का भोग लगाएं. फिर वहां पर बैठकर बृहस्पति अथवा श्री हरि विष्णु के मन्त्रों का जाप करें. स्वयं भी प्रसाद ग्रहण करें और दूसरों को भी बांटें.
केले के चमत्कारी उपाय
अगर बृहस्पति समस्याएं दे रहा हो तो बृहस्पतिवार को केले का दान करें. जिस दिन यह दान करें, उस दिन स्वयं केला न खाएं. अगर बृहस्पति कमजोर है तो सूर्योदय के समय केला खाएं. बृहस्पति के कारण अगर मोटापा है तो कच्चे केले का सेवन करें. केले के फल की माला भगवान गणेश को अर्पित करें. बाद में उसका सेवन करें. इससे संतान सम्बन्धी हर समस्या का निवारण होगा.