संभावित कोहरे के कारण उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन से गुजरने वाली 18 ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। बृहस्पतिवार एक दिसंबर से यह व्यवस्था प्रभावी हो गई। रेलवे के इस निर्णय से एन यात्रियों को ज्यादा परेशानी हुई, जिन्होंने पहले से अपने टिकट करवा रखे थे। एक अनुमान के मुताबिक अगले तीन माह के दौरान एनसीआर के तमाम स्टेशनों से बुक हुए तकरीबन 11 हजार टिकट निरस्त हो गए हैं। रेलवे के आरक्षण काउंटर पर भी टिकट निरस्तीकरण कराने के लिए लोग पहुंचने लगे हैं।
बताया जा रहा है कि निरस्त होने वाले तकरीबन 70 फीसदी ई-टिकट हैं। अब उसके रिफंड के लिए यात्री परेशान हैं कि वह कैसे होगा। हालांकि रेलवे के नियम के अनुसार ट्रेन अगर निरस्त होती है तो 48 घंटे में रिफंड आ जाता है। वहीं दूसरी ओर मंडलीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (डीआरयूसीसी) सदस्य पवन श्रीवास्तव ने सवाल उठाया है कि जब रेलवे को पता है कि एक दिसंबर से उसे ट्रेनें निरस्त करनी हैं तो उसकी बुकिंग पहले से क्यों नहीं बंद की गई। अगर ऐसा होता तो यात्री दूसरी ट्रेनों में अपने टिकट करवा लेते। बेहतर होता कि चार माह पहले ही संबंधित ट्रेनों में रिजर्वेशन बंद कर दिए जाते। अब इस निर्णय से जिन लोगों ने काउंटर टिकट करवाए हैं उन्हें दुबारा लाइन में लगकर अपना आरक्षण निरस्त करवाना पड़ेगा। कोहरे की वजह से हर वर्ष कुछ ट्रेनें निरस्त की जाती हैं। इस वर्ष भी ऐसा हुआ है। नियमानुसार यात्रियों को उनका पूरा रिफंड दिया जाएगा।