कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को विपक्षी नेताओं को ‘राज्य-प्रायोजित हमलावरों’ की मदद से उनके आईफोन से छेड़छाड़ करने की कोशिश को लेकर एपल की चेतावनी पर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि वह फोन टैपिंग से नहीं डरते हैं.
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने बताया, “देशभर में विपक्ष के नेताओं को एपल ने नोटिस भेजा है, जिसमें लिखा है कि राज्य-प्रायोजित हमलावर आपके फोन को हैक करने की कोशिश कर रहे हैं. यह मैसेज मेरे ऑफिस के लोगों के साथ ही विपक्ष के कई नेताओं को आया है. हमारे पास इसकी पूरी लिस्ट है. उन्होंने बताया, “केसी वेणुगोपाल, पवन खेड़ा, सीताराम येचुरी, प्रियंका चतुर्वेदी, टीएस सिंह देव, महुआ मोइत्रा, राघव चड्ढा को एक ही नोटिस मिला है.” मीडिया को संबोधित को करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी की आत्मा अडानी में है. इधर तोते (अडानी) की गर्दन पकड़ी, उधर क्रूर राजा (पीएम मोदी) तड़पने लगता है. राहुल गांधी ने कहा कि काफी समय से विपक्षी दल राजा पर हमलावर हो रही थी, लेकिन असल पावर तो तोते के हाथ में हैं, जैसे ही हम अडानी को टच करते हैं , हमारे पीछे एजेंसियां लग जाती हैं. उन्होंने कहा, “पहले मैं सोचता था कि प्रधानमंत्री नंबर एक है, नंबर दो अडानी और अमित नंबर 3 है, लेकिन यह गलत है. हिंदुस्तान की राजनीति हमारे समझ में आ गई है. कांग्रेस सांसद ने कहा, “आप (फोन) जितना चाहें टैप कर सकते हैं. मुझे परवाह नहीं है. अगर आप चाहो तो मैं आपको अपना फोन दे सकता हूं. हमें कोई फिक्र नहीं है. हम लड़ने वाले लोग हैं, डरने वाले नहीं. उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, “ये लोग सोचते हैं कि वे जिस तरह टेक्नोलॉजी को कंट्रोल कर सकते हैं, उसी तरह भारत के युवाओं के गुस्से को भी नियंत्रित कर सकते हैं, लेकिन याद रखें, राजनीतिक संचार के पुराने हथियार अधिक प्रभावी हैं. राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि उन्हें अडानी ग्रुप के साथ कोई व्यक्तिगत समस्या नहीं है, लेकिन वह अडानी समूह जैसे एकाधिकार के निर्माण के विरोध में हैं.