बरेली. सुन्नी बरेलवी मुसलमानों का मरकज दरगाह आला हजरत मदरसे में सूर्य नमस्कार और योगाभ्यास का मामला अब गरमाता जा रहा है. इस मामले में दरगाह प्रमुख और दरगाह के सज्जादानशीन को लगातार फोन पर मुंबई से धमकी दी जा रही हैं. इसको लेकर दरगाह आला हजरत मौलाना मो. सुब्हान रजा खां (सुब्हानी मियां) के बेटे मुस्तहसन रजा खां ने छह लोगों के खिलाफ कोतवाली थाना में मुकदमा दर्ज कराया है. केस के अनुसार, दरगाह में सूर्य नमस्कार और योग कराने को लेकर धमकियां दी जा रही हैं. बरेली कोतवाली पुलिस ने धमकी दिए जाने के इस मामले में मुंबई के सलमान हसन, मो. उबैद रजा, मो. शहजाद आलम, नूर आलम, अनीस आलम और काजी आलम निजामी (कर्नाटक) के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है. पुलिस ने माहौल खराब करने जैसी गंभीर धारा 427, 501, 504, 505, 506 के तहत मामला दर्ज किया है. बता दें कि विगत 21 जून को विश्व योग दिवस पर दरगाह आला हजरत मदरसा मंजर-ए-इस्लाम में योगाभ्यास किया गया था. इस मामले को लेकर कई मुस्लिम समाज के लोगों ने आपत्ति जहर करी थी. इसी बात को लेकर मौलाना मो सुब्हान रजा खां 76 साल (सुव्हानी मियां) को धमकियां जा रही हैं. ये धमकियां मुंबई से दी गई हैं. इसी मामले को लेकर मौलाना बेटे ने सदर कोतवाली में तहरीर दी थी. इस पर सदर कोतवाली पुलिस ने 6 लोगो पर मुकदमा दर्ज किया है.
सुन्नी बरेलवी मुसलमानों का मरकज दरगाह आला हजरत से जुड़े मदरसे में सूर्य नमस्कार और योगाभ्यास के इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब दरगाह प्रमुख और दरगाह के सज्जादानशीन को लगातार फोन कर सवाल पूछा जाने लगा. मुंबई के शख्स मोहम्मद उबैद रजा ने इसको लेकर बार-बार फोन किया और धमकियां दीं. दरगाह की तरफ से कोतवाली में तहरीर दी गई तब पुलिस ने मामले में 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और तफ्तीश में जुट गई है. आरोप के अनुसार, मंगलवार की देर रात को मुंबई से मो. उबैद रजा नाम शख्स ने दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां को फोन करके योग दिवस को लेकर सवाल किए थे. दरगाह की ओर से क्या कार्रवाई हो रही है यह भी पूछा था. इस पर दरगाह प्रमुख नाराज हो गए. अपने आप को मुंबई का रहने वाला उबैद रजा बताने वाले शख्स ने दरगाह प्रमुख को ब्लड प्रेशर की गोली खाने के लिए कह दिया. मामला इतना बढ़ गया था कि देर रात को ही उलेमा और तमाम संगठन से जुड़े पदाधिकारी दरगाह प्रमुख के आवास पर पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि एक नहीं बल्कि चार नंबरों से मुंबई तो कभी दूसरी जगहों से दरगाह में फोन किया जा रहा है. प्राथमिकी में जिक्र है कि दरगाह को बदनाम करने की साजिश की जा रही है, जिससे समाज में जन आक्रोश पैदा हो जाए और हिंदू-मुस्लिम समाज में दूरियां बढ़ जाएं. वहीं, कुछ लोगों ने दरगाह के बोर्ड में तोड़ फोड़ की थी. दरगाह के मौलाना को 7208136557 धमकी दी, 9917864958 सोशल मीडिया पर वीडियो और ऑडियो अपलोड कर दिया. एफआईआर के अनुसार, मोबाइल नंबर 9769743275, 7753837718, 9916767092 काजी मुस्ताक आलम निजामी कर्नाटक ने भी दुष्प्रचार किया है. धमकी दी जा रही है. कोतवाल हिमांशु निगम ने बताया कि दरगाह की ओर से इस प्रकरण में तहरीर दी गई है. पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. बता दें कि विगत 21 जून को विश्व योग दिवस पर दरगाह में आला हजरत स्थापित मदरसा मंजर-ए-इस्लाम में भी योगाभ्यास किया गया था. गुंबद-ए-आला हजरत के सामने योग करते छात्रों की तस्वीरें वायरल हुईं तो प्रतिक्रियाएं आने लगीं थीं. इसके बाद दरगाह परिवार में भी इस पर जबर्दस्त विवाद शुरू हो गया. पिछले दिनों मुंबई के ही एक शख्स जो अपना नाम मो. उबैद रजा बताता है, उसने दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां से योगाभ्यास को लेकर बात की थी. बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया था. कई दिनों से दरगाह प्रमुख के मोबाईल फोन पर कई नंबर से कॉल आ रहे थे. मंगलवार की रात को इस शख्स ने फिर से कॉल करके योगाभ्यास करने वालों पर क्या कार्रवाई हुई, पूछते हुए सवाल खड़े कर दिए. इस बात को लेकर दरगाह प्रमुख से कहासुनी हो गई. इसका ऑडियो भी वायरल किया गया.
एसपी सिटी ने क्या कहा?
इस मामले पर एसपी सिटी राहुल भाटी का कहना है कि सदर कोतवाली क्षेत्र में आला हजरत दरगाह मदरसा में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस पर कार्यक्रम हुआ था. इस मामले में एक तरी पुलिस को यह तहरीर आला हजरत के पदाधिकारी द्वारा दी गई है. इसमें तीन अज्ञात मोबाइल नंबरों से धमकी दी गई थी. इसमें योग दिवस पर मजाक किया गया है. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है.
सांप्रदायिक सौहर्द है निशाना
एसपी ने कहा कि प्रार्थना पत्र में शिकायत दर्ज कराई है उन बिंदुओं पर जांच की जाएगी. इस मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. इन तीनों नंबरों की पहचान और आईडी तलाश की जा रही है. तहरीर में जो नाम दिए गए हैं, वे बरेली के ही हैं. उनके द्वारा ही इन लोगों को हायर किया गया है. भीड़ और उनके अनुयायियों को धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए भड़काया जा रहा है.