बाराबंकीः बाराबंकी के तौहीद खान ने स्वास्थ्य समस्याओं के चलते अपने पसंदीदा खेल फुटबॉल को छोड़ दिया था.तोहिद ने कभी यह नहीं सोचा था कि वह ऑस्ट्रेलिया जाकर बैडमिंटन खेलेंगे. लेकिन उनका सपना अब साकार हो रहा है. तौहीद अहमद जनपद बाराबंकी के रहने वाले हैं.कम उम्र में ही इनके पिता का साया इनके सिर से उठ गया था.इसके बाद माइग्रेन तथा अन्य कई समस्याएं हो गई. जिस कारण से दवाओं का सेवन करना पड़ा और उसके दुष्प्रभाव के चलते इनकी किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ा और अंत में किडनी ट्रांसप्लांट करवाना पड़ा .
हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल बने तौहीद और प्रकाश
किडनी ट्रांसप्लांट के संबंध में तौहीद बताते हैं कि शुरुआत में जब उनको यह समस्या हुई तो परिवार वालों ने तो साथ दिया. लेकिन कुछ समय पश्चात परिवार वालों ने भी उनका साथ छोड़ दिया. किडनी ट्रांसप्लांट एक महंगी प्रक्रिया होती है ऐसे में तो तौहीद के मित्र प्रकाश यादव ने अपनी मित्रता निभाए और अपनी जमीन को बेचकर अपने मित्र की किडनी ट्रांसप्लांट कराया.
डीएम आदर्श सिंह से मिली प्रेरणा
तौहीद ने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट के कारण व फुटबॉल खेलने में असमर्थ हो गए. ऐसे में जनपद बाराबंकी के रहने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी बलवीर ने उन्हें बैडमिंटन खेलने की सलाह दी. लेकिन मांसपेशियों में खिंचाव एवं शरीर स्वस्थ न होने के कारण तौहिद को इसमें भी समस्या आने लगी.फिर एक दिन तौहिद ने यूट्यूब पर बाराबंकी के तत्कालीन डीएम आदर्श सिंह का एक वीडियो देखा. इस वीडियो में आदर्श सिंह की फिटनेस को दिखाया गया. जिसको देखकर वह कायल हो गए और डीएम आदर्श सिंह की फिटनेस को ही प्रेरणा मानकर बाराबंकी के एक जिम में प्रैक्टिस शुरू कर दी.
ऑस्ट्रेलिया के विशेष प्रकार के ओलंपिक में हुआ चयन
जिम के मालिक साजिद बताते हैं कि 2 महीने पहले उनके संपर्क में आए तौहीद को उन्होंने ट्रेन्ड किया और आज यह आलम है कि तौहीद अपने शरीर को बिल्कुल फिट है . तौहीद ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में वह हरियाणा गए हुए थे. जहां पर 15 दिवसीय कैंप में उन्होंने बैडमिंटन खेला और उनका चयन ऑस्ट्रेलिया में बैडमिंटन खेलने के लिए हुआ है. तौहीद बताते हैं कि ऑस्ट्रेलिया में एक विशेष प्रकार का ओलंपिक कराया जाता है. जिसमें सिर्फ ट्रांसप्लांट कराने वाले लोग ही भाग लेते हैं.