हमास-इजरायल युद्ध के पंद्रहवें दिन दुनिया भर की मीडिया में अब तक व्यापक कवरेज जारी है. कई मुस्लिम देश में इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इन प्रदर्शनों ने दुनिया का ध्यान खींचा है. इस जंग में अब तक हजारों लोगों की जान गई है. गाजा के अल-अहली अस्पताल पर हुए हालिया हमले के बाद मध्य-पूर्व के देशों ने इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
पाकिस्तान के कराची में फलस्तीनी नागरिकों के लिए एकजुटता दिखाने के लिए एक रैली का आयोजन किया गया. वहीं जॉर्डन की राजधानी अम्मान में तकरीबन 6 हजार लोग सड़कों पर उतर आए. लोगों ने इजरायल पर हमले तेज करने के खिलाफ नारे भी लगाए. तुर्किए की सरकार ने गाजा अस्पताल हमले के बाद तीन दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है. लेबनान के बेरूत में गाजा के फलस्तीनियों के लिए एकजुटता दिखाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी है. यमन के सना में गाजा में फलस्तीनियों के साथ एकजुटता जाहिर करने के लिए एक समर्थन रैली निकाला है. इसके अलावा ईरान, मिस्र, कतर, लेबनान, ट्यूनीशिया,इराक, वेस्ट बैंक, बहरीन, सीरिया, इंडोनेशिया में भी फलस्तीन के समर्थन में रैलियां निकाली गई और नारे लगाए गए, इन रैलियों में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे.
ब्रिटेन में हिरासत में लिए गए लोग
सेंट्रल लंदन पुलिस ने करीब दस प्रदर्शनकारियों को फलस्तीन के समर्थन रैली में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया है. प्रदर्शन में तकरीबन दस हजार लोगों ने भाग लिया था. द स्टैंडर्ड के मुताबिक, प्रदर्शन में मौजूद लोगों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिस पर लिखा था, “फलस्तीन के लिए आजादी” और ” गाजा पर बमबारी बंद करो. अमेरिका की न्यूयॉर्क पुलिस ने फलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने जानकारी दी है कि सड़क पर कब्जा करने और बाधा डालने के आरोप में 17 लोगों को गिरफ्तार किया है.