गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब डेढ़ दशक पहले स्वयं द्वारा शुरू की गई परंपरा को अटूट रखते हुए वनवासियों के बीच दीपावली मनाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दीपावली उपहार भी दिया। उन्होंने कुल 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/ शिलान्यास किया। उन्होने मंच से आयुष्मान योजना, कृषि विभाग की योजनाओं, मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व मिष्ठान का उपहार देकर सम्मानित किया तथा विभिन्न विभागों यथा उद्यान, वन, शिक्षा, ओडीओपी, खादी ग्रामोद्योग, कृषि आदि की तरफ से लगायं गये स्टालों का अवलोकन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने उद्वबोधन मे सभी को दिपावली की बधाई देते हुये कहा कि सकारात्मक भाव से किया गया कोई भी संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता है। वनटांगिया समाज के लिए इसी भाव से संघर्ष किया गया था और आज यह सार्थक रूप में दिख रहा है। वंचितों को शासन की सभी सुविधाएं व नागरिक अधिकार मिलना ही सही मायने में दीपावली और रामराज्य जैसा है। उन्होने कहा कि वनटांगिया गांव में गरीबों के पक्के मकान, पेयजल की सुविधा, बिजली, अच्छे विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र देखकर उन्हें बेहद प्रसन्नता होती है। उन्होंने कहा कि कल अयोध्या के भव्य दीपोत्सव को सभी लोगों ने देखा होगा। जैसे अयोध्या सज संवर रही है, वैसे ही उत्तर प्रदेश, गोरखपुर और वनटांगिया गांव भी सज संवर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी कहा कि दीपावली का पावन पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर, बुराई से अच्छाई, अधर्म से धर्म, नकारात्मकता से सकारात्मकता, अन्याय से न्याय और अकर्मण्यता से कर्मशिलाता की ओर ले जाने की प्रेरणा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कार्य करने का एक जज्बा होना चाहिए। भाव ऐसा होना चाहिए कि हम किसी का अहित किए बिना, अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से जो प्राप्त हो उसे समाज से भी जोड़ें। हर गरीब, वंचित, दीन-दुखी को गले लगाकर, साथ लेकर चलने वाले प्रयास फलीभूत होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से भारत व उत्तर प्रदेश को बदलते हुए देखा है क्योंकि जब ईमानदारी के साथ कोई प्रयास किया जाता है तो उनके परिणाम भी ईश्वरीय कृपा से सकारात्मक होते है। उन्होंने कहा कि 6 वर्ष पहले क्या किसी ने सोचा था कि अयोध्या में राम मंदिर बन पायेगा, यह एक सपना था लेकिन मंदिर बन ही नही रहा है बल्कि रामलला के विराजमान की तिथि भी तय हो गयी है और यह सम्पूर्ण भारत में ही नही दुनिया के अन्दर जहां कही भी भारतवासी रहते वह गौरवान्वित हो रहे है। उन्होने कहा कि इस तिथि से एक सप्ताह से पहले राम नाम सकीर्तन के साथ अपने अपने घरों में रमायण बैठना व घर घर प्रभु राम की 500 वर्षों के बाद अयोध्या में विराजने के लिए 5-5 दीपक को अपने घरों में प्रज्वलित करने की व्यवस्था मे एक संकल्प के साथ हम सभी को अभी से जुट जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक अद्भुत क्षण होगा और दुनिया को बताने का अवसर होगा कि हम शांति व क्रांति से भी अपने हक को लेने का सामर्थ रखते है, श्रीराम जन्मभूमि इसका उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर विकास की दृष्टि से आजादी के बाद से लगातार उपेक्षित था लेकिन आज गोरखपुर में सब कुछ है जो आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में अच्छी सड़कों के साथ साथ ट्रेन तथा वायु सेवा की उच्च गुणवत्ता की कनेक्टिविटी है। उन्होंने कहा कि कुछ ही वर्षों में हम जल सेवा की कनेक्टिविटी को भी आगे बढ़ाने जा रहे है। यह अनेक सुविधाए एक साथ विकसित होकर अत्यंत समृद्धि और खुशहाली के साथ इस क्षेत्र को बदलने के लिए कार्य करेंगी। पहले मेडिकल कालेज का संचालन सुचारू ढ़ग से नही होता था परन्तु अब मेडिकल कालेज भी अपनी बेहतर सुविधा के साथ आगे बढ रहा है।और साथ ही एम्स भी मेडिकल कालेज के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। आज रामगढ़ताल अपनी भव्यता के साथ गौरव की अनुभूति करा रहा है और दूसरी ओर गोरखपुर का चिड़ियाघर एक अलग ही पहचान बनकर लोगों को आकर्षित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन के रूप में गीडा का विकास हम सबके सामने एक नई संभावनाओं के साथ आगे बढ़ रहा है। गांव की कनेक्टिविटी, पिपराइच की चीनी मिल, गोरखपुर का खाद कारखाना पूरी क्षमता के साथ बढ़ना, आयुष विद्यालय का निर्माण यह सब कुछ दर्शाता है कि गोरखपुर का विकास कितनी तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा अगर हम सब सामूहिक रूप से मिलकर किसी भी कार्य को प्रारम्भ करें तो उसके सकारात्मक परिणाम आते है। वनटांगिया गांव में लोग पहले भयभीत रहते थे कि पता नही कब वन विभाग द्वारा कहर बरपा दिया जायेगा, लेकिन आज यहां सबकोें अपना अधिकार मिल गया है। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में हर गरीब के पास अपना आवास है तो वनटांगिया गांव के लोगों के पास भी अपना पक्का आवास है और अब वंटांगिया जाति के साथ साथ ही मुसहर जाति के लोगों को भी पूरी तरह आवासों से आच्छादित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुसहर थारू, चेरू, बुक्सा, कोल, अहरिया आदि जितनी जन जातियां थी इन सबको आजादी के बाद सरकारों ने उपेक्षित किया था परन्तु आज डबल इंजन की सरकार ने उन लोगों को अपना आवास प्रदान किया है यह सब एक सकारात्मक सोच के कारण ही हो पाया है। जिसके पास आवास नही उसका अपना आवास बन जाये, जिसके पास बिजली नही है उसे बिजली का कनेक्शन मिले, जिसके पास रसोई गैस नही उसे उज्जवला गैस कनेक्शन उपलब्ध हो जाये और जिनके पास 5 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा कवर नही उसे भी बीमा कवर की सुविधा प्राप्त हो जाये, जिसके पास रोजगार नही है उसे रोजगार प्राप्त हो जाये, उसकी वही दीपावली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभुराम ने अपने 14 वर्षों के वनवास के कालखण्ड में न केवल जंगलों में घुमें बल्कि एक तरफ ऋषि मुनियों को अभय प्रदान कर रहे थे दूसरी ओर वनवासियों, कमजोर, वंचितों तथा निर्वासित लोगों को गले लगाकर उन्हें उस समय नकारात्मक ताकतों, राक्षसी प्रवृत्ति के खिलाफ उनको खड़ा करने की एक बड़ी रणनीति के तहत कार्य कर रहे थे और अन्ततः एक हजार वर्ष पहले भगवान राम ने उन आर्यवर्त और पूरी दुनिया को आतंकवाद से मुक्त करने का कार्य किया था। प्रभुराम जब 14 वर्षों का वनवास खत्म करके अयोध्या आये तो पूरे भारत वर्ष में उत्साह का वातावरण को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने का जो आयोजन हुआ था वही दीपावली का आयोजन है। मुख्यमंत्री कहा कि कल मुझे अयोध्या में इस अवसर पर जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अयोध्या में 22 लाख से अधिक दीप, राम की पौड़ी और 51 घाटों में जगमगाते हुए दिखाई दे रहे है जिसमें 54 देशों के राजदूत, राजनयिकों ने भाग लेकर इस कार्यक्रम को वैश्विक मान्यता प्रदान करने में अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का विजन है कि सबका साथ सबका विकास। उन्होंने कहा कि अगर हर व्यक्ति गरीब, वंचितों के लिए कार्य करेगा तो कोई भी व्यक्ति अभाव से ग्रसित नही रहेगा। सरकार की भी मंशा यही है कि हम सब इस अभियान में जुड़े। वनटांगिया दीपावली समारोह में स्वागत संबोधन पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह व गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, वरिष्ठ नेता रमेश सिंह, इंजीनियर पीके मल्ल, चरगांवा की ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि रणविजय सिंह, काशी से आए महामंडलेश्वर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा आदि भी उपस्थित रहे।