गाज़ियाबाद . 2004 बैच की पीसीएस अधिकारी ऋतु सुहास अभी गाज़ियाबाद में बतौर एडीएम प्रशासन कार्यरत हैं. इनकी गिनती प्रदेश के तेजतर्रार अधिकारियों में होती हैं. उनके कड़े आधिकारिक निर्णय हो या रैंप वॉक पर अपना जलवा बिखेरना दोनों ही चर्चाओं में बने रहते हैं.
एडीएम ऋतु सुहास को ब्यूटी विद ब्रेन टाइटल दिया गया है. क्योकि एक महिला अधिकारी होने के साथ ऋतु एक मॉडल भी है. अक्सर उत्तर प्रदेश सरकार के खादी ग्रामोद्योग विभाग के लिए इन्हें रैंप वॉक करते देखा जाता है. इस महिला अधिकारी ने 2019 में मिसेज इंडिया का खिताब भी जीता था. ऋतु सुहास बेहद ही चुनौतीपूर्ण माहौल से लड़कर अधिकारी बनी थी. अब उनसे काफी महिलाएं प्रेरित होती है. इन सभी को देखते हुए ही दिल्ली के कांस्टीट्यूशनल क्लब में इंडियन नेशनल बार एसोसिएशन द्वारा सम्मानित किया गया. इस मौके पर ऋतु सुहास ने समाज में महिलाओं की भूमिका और उनके सशक्तिकरण की बात की. ऋतु सुहास ने कार्यक्रम में कहा की महिलाओं के नाम इस शाम को रखा गया है ये देखकर अच्छा लग रहा है. हर एक महिला का समाज में अपना योगदान है. ईश्वर ने जो दो रूप रचे है महिला – पुरुष ये दोनों ही इस धरती को कम्पलीट कर पाते है. महिलाए बलिदान करती है, कितना सहती है इसलिए हर महिला की अपनी एक अलग चुनौती होती है. हर घर में बेटियों का प्रेरणास्रोत उनकी मां ही होती है. महिलाओं के बारे में आगे बात करते हुए उन्होंने कहा की हर महिला को सपोर्ट की जरुरत होती है. इसके बाद उन्होंने एक शायरी सुनाई. ‘हजार फुल चाहिए एक माला बनाने के लिए,हजार दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए, हजार बूँद चाहिए समुन्द्र बनाने के लिए लेकिन एक स्त्री ही काफी है,धरती को स्वर्ग बनाने के लिए’.