- भौतिक चिकित्सा के महत्व डाला गया प्रकाश : डॉ.एके सिंह
जौनपुर धारा, चंदवक। सत्कार ग्रुप ऑ$फ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन व बीपीए सचिव डॉ.अवनीश कुमार सिंह ने महिला दिवस पर भौतिक चिकित्सा पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह चिकित्सा पद्धति बहुत पुरानी है, और बहुत महत्वपूर्ण है। परंतु दुर्भाग्यवश कुछ अज्ञान और कुछ द्वेष की भाव से इसका विस्तार नहीं हो पा रहा था। यह पूर्ण रूप से विज्ञान है ना कि तुक्केबाजी। इस चिकित्सा का रोल हमारे जीवन में जन्म से मृत्यु तक है। इसलिए इसमें अलग-अलग विषयों में परास्नातक और शोध की पढ़ाई होती है। जैसे पीडिया, कार्डिया, गाईनी, ऑर्थो, न्यूरो, स्पोर्टस इत्यादि। इसको शिक्षा के उपरांत रोजगार की संभावना हर क्षेत्र में है, और आप अपनी क्लीनिक खोलकर मरीजों की सेवा, समाज की सेवा सम्मान के साथ करते हैं। मेडिकल की पढ़ाई में इसकी फीस अन्य पढ़ाई से कम है। ग्रेजुएशन के बाद आप क्लिनिक शुरू कर सकते हैं, और साथ में उन्होंने कहा कि जो भी फिजीओथीरेपी प्रैक्टिस में है। वह वैज्ञानिक तरीके से रील वगैरह ना बनाएं।