जौनपुर धारा,जौनपुर। प्रयागराज महाकुंभ मेला में मौनी अमावस्या से पहले बड़ा हादसा हो जाने के कारण मंगलवार की देर रात संगम नोज के पास भगदड़ हो गई। इसमें कई श्रद्धालु घायल व मौतों की भी सूचना है। इसे देखते हुए अखाड़ों ने अपने अमृत स्नान को सादगी भरा रखा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रयागराज के आसपास के जिलों की सीमाओं को सील कर दिया गया है।
बुधवार को मौनी अमावस्या के मौके पर करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु प्रयागराज संगम पर पहुंच रहे हैं। दोपहर 12बजे तक 4 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके थे, कई करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने की उम्मीद है। इसी को देखते हुए प्रयागराज की सीमा को सील कर दिया गया है। प्रयागराज के साथ-साथ वाराणसी और अयोध्या में भी भक्तों की भीड़ इकट्ठा हो रही है। इसको देखते हुए यूपी सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। मौनी अमावस्या को लेकर प्रयागराज महाकुंभ ही नहीं बल्कि अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर समेत कई जिलों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। महाकुंभ क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग अबतक पहुंच चुके हैं और पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। भीड़ को देखते हुए कई जिलों में ट्रैफिक रोक दिया गया है। लखनऊ से प्रयागराज जाने वाले रूट पर भी बढ़ती भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक को रोका गया है। महाकुंभ में भगदड़ मचने के बाद जौनपुर में भी जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। प्रशासन की तरफ से प्रयागराज की तरफ जाने वाले ट्रैफिक का बार्डर से ही रोका गया है। बताया जा रहा है कि भीड़ कम होने के बाद ट्रैफिक को बहाल किया जाएगा।
2 बजे रात को अचानक मची थी भगदड़
महाकुंभ में रात 2 बजे मची भगदड़ और भारी भीड़ को देखते हुए वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, मऊ समेत कई जिलों की सीमा पर श्रद्धालुओं के वाहनों को रोक दिया गया है। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की टीमें वाहनों को रोकने के लिए लगी हुई हैं। वहीं जाम में फंसे श्रद्धालु भी परेशान दिखे। मेला प्रशासन की अनुमति के बाद ही आवागमन की अनुमति दी जाएगी। क्राउड मैनेजमेंट के लिए दस जिलों के जिलाधिकारियों ने कमान थाम ली है। श्रद्धालुओं को थोड़ा रोक कर प्रयागराज भेजने की तैयारी पूरी कर ली गई है। भारी भीड़ को देखते हुए सेंट्रल कमांड सिस्टम लागू हुआ है। बैरिकेडिंग लगाकर श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है।