अमेरिका की धमकी के बाद उत्तर कोरिया ने गुरुवार (17 नवंबर) को अपने पूर्वी समुद्री तट की ओर एक बैलिस्टिक मिसाइल दाग कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं. उत्तर कोरिया की इस हरकत के बाद अमेरिका ने दक्षिण कोरिया और जापान में तैनात उसके सैनिकों की सुरक्षा को लेकर निर्देश जारी किए हैं. अमेरिका ने अपने सभी सैनिकों को तत्काल उत्तरी जापान में एयर बेस में शरण लेने के लिए कहा है. मिसावा इंस्टॉलेशन कमांडर ने सभी कर्मियों को उत्तर कोरिया के मिसाइल लॉन्च के बाद आगे की जानकारी मिलने तक कवर लेने और इंतजार करने का निर्देश दिया है. अमेरिका के अपने सहयोगियों दक्षिण कोरिया और जापान की सुरक्षा को लेकर दृढ़ प्रतिबद्धता जताने को लेकर दिए गये बयान के बाद बौखलाए उत्तर कोरिया ने 17 नवंबर को अपने पूर्वी समुद्री तट की ओर से एस बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी. यही नहीं दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने उत्तर कोरिया के एक और मिसाइल का परीक्षण किए जाने की भी सूचना दी. उत्तर कोरिया की इस मिसाइल लॉन्चिंग की अमेरिका, जापान समेत दक्षिण कोरिया और संयुक्त राष्ट्र ने भी कड़ी निंदा की है.
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच बढ़ा तनाव
उत्तर कोरिया की इस इस मिसाइल लॉन्च के बाद अमेरिका और उसके बीच तनाव बढ़ गया है. वहीं, अमेरिका ने उत्तर कोरिया की इस हरकत को बड़ी गंभीरता से लिया है और उसने अपने कर्मियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए उन्हें तुरंत उत्तरी जापान में एयर बेस में शरण लेने का निर्देश जारी किया है. जानकारी के मुताबित, उत्तर कोरिया के मिसाइल लॉन्च के बाद अमेरिका उसके खिलाफ कोई सख्त एक्शन ले सकता है. वहीं, दूसरी तरफ उत्तर कोरिया ने मिसाइल दाग कर अपने इरादे पहले ही स्पष्ट कर दिए हैं.
क्यों भड़का उत्तर कोरिया?
दरअसल, उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच बढ़ते इस तनाव की वजह प्योंगयांग के मिसाइल प्रक्षेपणों को लेकर अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान का हालिया शिखर सम्मेलन को बताया जा रहा है. तीनों देशों के बीच हुए इस शिखर सम्मेलन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत दोनों नेताओं ने एक साझा बयान जारी कर कहा था कि प्रायद्वीप प्रतिरोध क्षमता को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई थी. वहीं, जो बाइडेन ने एटमी हथियारों समेत दूसरे सभी सैन्य उपायों के जरिए दक्षिण कोरिया और जापान की रक्षा की अमेरिकी प्रतिबद्धता को दोहराया था.
उत्तर कोरिया की अमेरिका को धमकी
अमेरिका के इस बयान के बाद भड़के उत्तर कोरिया इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री चो सोन ह्यू ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि अमेरिका अपने साथियों को जितनी मदद करेगा, इसके जवाब में उत्तर कोरिया उनती ही कड़ी कार्रवाई करेगा. उन्होंने चेताया कि इससे अमेरिका के इशारों पर काम करने वालों को ज्यादा गंभीर और खतरनाक हालात पैदा होंगे. यही नहीं, उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने अमेरिका को धमकाते हुए कहा आगे कहा कि यूएस दक्षिण कोरिया और जापान की मदद कर एक ऐसा दांव लगा रहा है, जिसके लिए उसे निश्चित तौर पर पछताना पड़ेगा.