यौन शोषण के आरोपों के तहत भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं प्रदर्शनकारी पहलवानों में शामिल ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने एक बार फिर कहा है कि उनका आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने सोमवार (29 मई) को अपने समर्थकों के लिए सोशल मीडिया के जरिये एक वीडियो जारी कर उनसे समर्थन बनाए रखने का आग्रह किया. मलिक ने कहा, ”हम पीछे नहीं हटे हैं.
बता दें कि रविवार (28 मई) को विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक और कई अन्य को दिल्ली पुलिस ने उस वक्त हिरासत में ले लिया था जब वे महिला महापंचायत के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे. इसके बाद जंतर-मंतर से प्रदर्शनकारियों का सामान हटा दिया गया था. रविवार को हिरासत में लिए जाने के बाद पहलवानों को बाद में छोड़ दिया गया था. दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को उनके धरनास्थल से हटाए जाने के एक दिन बाद सोमवार को कहा कि उन्हें जंतर-मंतर को छोड़कर किसी अन्य उपयुक्त स्थल पर प्रदर्शन की अनुमति दी जाएगी. पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, ”सभी को मेरा नमस्कार, जैसा कि आप सब जानते हैं कि कल हम शांतिपूर्वक मार्च कर रहे थे और पुलिस ने हमें डिटेन कर लिया, गिरफ्तार कर लिया और ऊपर से हमारे ऊपर ही एफआईआर कर दी, जबकि हमने कोई पब्लिक प्रॉपर्टी या किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया. एक महिला के ऊपर 20-20 फोर्स थी. आप खुद समझ सकते हैं कि उन्होंने हमारे साथ कितनी ज्यादती की है, आप वीडियोज में भी देख सकते हैं. उन्होंने आगे कहा, ”इस वीडियो को बनाने का माध्यम सिर्फ यही है कि जो हमारे समर्थक हैं, जो अभी भी कहीं-कहीं रुके हुए हैं, गुरुद्वारे में हमारा वेट कर रहे हैं तो उनको हम ये बताना चाहते हैं कि आज का पूरा दिन हम, आगे आंदोलन कैसे चलेगा, उसकी रूपरेखा बनाने में लगे हुए थे, हम पीछे नहीं हटे हैं, आंदोलन जारी रहेगा और जो भी होगा वो हम आपको जल्द ही बता देंगे. आप लोग ऐसे ही समर्थन बनाए रखो. इससे पहले भी एक ट्वीट में साक्षी मलिक ने कहा था कि आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा था, ”हम जंतर-मंतर पर सत्याग्रह करेंगे. इस देश में तानाशाही नहीं चलेगी. महिला पहलवानों का सत्याग्रह होगा.” मलिक ने कहा था, ”अगर हम विदेशी धरती पर पदक जीत सकते हैं तो अपनी धरती पर लड़ाई जीते बिना रुकेंगे नहीं. गौरतलब है कि शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था. बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है. दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा कि पहलवानों के आरोपों पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार पहले ही प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है. उन्हें (अधिकारियों की ओर से) तय जगह पर विरोध प्रदर्शन करने से किसी ने नहीं रोका. जब उन्होंने निर्धारित स्थान पर कैंडल मार्च निकाला तो किसी ने नहीं रोका. चूंकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है, इसलिए उन्हें आगे आना चाहिए और अपना बयान दर्ज कराना चाहिए और जांच पूरी होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.